जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राण न्योछावर करने वाले चंदन कुमार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बिहार के नवादा जिले में नारोमुरार लाया गया और अंतिम विदाई देने के लिए सैकड़ों लोग उनके आवास पर एकत्रित हुए।
ग्रामीणों के अनुसार, शहीद जवान का अंतिम संस्कार आधी रात के बाद होने की उम्मीद है। भावुक भीड़ के ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ और ‘शहीद चंदन अमर रहे’ के नारों के बीच जवान का पार्थिव शरीर उनके गांव में उनके शोकाकुल परिवार के सदस्यों को सुपुर्द किया।
स्थानीय लोगों के अलावा, आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग बहादुर जवान को अंतिम सम्मान देने के लिए नारोमुरार में एकत्र हुए। राज्य जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी वहां मौजूद रहे।
इससे पहले चंदन का पार्थिव शरीर विशेष विमान से दोपहर करीब डेढ़ बजे गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया, जहां सेना की ओर से उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। हवाईअड्डे पर पुष्पांजलि समारोह के बाद पार्थिव शरीर को सेना के काफिले द्वारा नवादा के नारोमुरार गांव ले जाया गया।
काफिला नवादा शहर के प्रजातंत्र चौक पर रुक गया, जहां शाम करीब सात बजे शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। नवादा से लोकसभा सांसद चंदन सिंह और गोविंदपुर विधानसभा सीट से विधायक मोहम्मद कामरान ने भी शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी।
जम्मू के पुंछ में बृहस्पतिवार को दो सैन्य वाहनों पर हुए आतंकी हमले में चंदन सहित कम से कम चार सैनिकों की जान चली गई और तीन अन्य घायल हो गए। चंदन 2017 में सेना में शामिल हुए थे। चंदन एक महीने पहले ही छुट्टी के बाद अपनी यूनिट, 89 सशस्त्र रेजिमेंट ऑफ राट्रिया राइफल्स (उग्रवाद विरोधी बल) में लौटे थे।