महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को पेश की गई नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वर्ष प्राप्त 26,214.03 करोड़ रुपये के अनुपूरक प्रावधान अनावश्यक साबित हुए हैं।
इसमें कहा गया है कि 2,41,614 करोड़ रुपये के अनुपूरक प्रावधानों के मुकाबले वास्तविक व्यय 1,97,603.11 करोड़ रुपये था। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘बजट संबंधी किसी अनुमान में टाला जा सकने वाला अतिरिक्त प्रावधान उतनी ही बड़ी बजटीय अनियमितता है जितनी स्वीकृत व्यय से अधिक खर्च।