लगातार लचर प्रदर्शन के कारण चार साल पहले ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम से बाहर होने वाले ऑलराउंडर मिशेल मार्श ने जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ एशेज श्रृंखला के दौरान हेडिंग्ले में शतक जड़कर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए थे। इसके बाद उन्होंने एक बल्लेबाज और एक गेंदबाज के रूप में अपनी उपयोगिता साबित करना जारी रखा और अब वह ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम के अहम अंग बन गए हैं।
मार्श ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में 90 और नाबाद 63 रन की उपयोगी पारियां खेली और उन्हें मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। उन्होंने इसके साथ ही स्टार बल्लेबाज और पूर्व कप्तान बाबर आजम का कीमती विकेट भी लिया। मार्श को 11 पारियों में से सात पारियों में दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाने के कारण दिसंबर 2019 में टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था।
इस दौरान उनका उच्चतम स्कोर 45 रन था। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस का मानना है कि अब मार्श में सबसे बड़ा बदलाव यह देखने को मिला कि वह किसी अन्य की बल्लेबाजी शैली की नकल करने के बजाय अपने मजबूत पक्षों को ध्यान में रखकर बल्लेबाजी कर रहा है। कमिंस ने कहा,‘‘कोई भी प्रारूप हो उसका दृष्टिकोण स्पष्ट है। वह जानता है कि रन कैसे बनाने हैं और वह वास्तव में इसकी परवाह नहीं कर रहा है कि वह एक बल्लेबाज के रूप में कैसा दिखता है। मुझे लगता है कि मार्श ने खेल के प्रति अपनी रणनीति तय कर ली है।’’
ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी धरती पर लगातार 15 टेस्ट मैच जीत लिए हैं तथा वह 26 दिसंबर से मेलबर्न में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के मैच में इसे जारी रखने की कोशिश करेगा। तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच तीन जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा।