देवरिया के नौतन गांव में ईसाई समुदाय के प्रार्थना सभा में धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. हालांकि सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभा बर्खास्त कराकर वहां मौजूद सभी लोगों को खदेड़ दिया है. पुलिस का कहना है कि यहां धर्मांतरण जैसा कोई मामला नहीं है. ईसाई समुदाय के लोग यहां सामूहिक रूप से पूजा पाठ कर रहे थे. घटना देवरिया जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र की है.
जानकारी के मुताबिक बरियारपुर थाना क्षेत्र के नौतन गांव में ईसाई समुदाय के लोगों ने प्रार्थन सभा का आयोजन किया था. इसमें काफी संख्या में ग्रामीण महिलाएं और पुरुष भी मौजूद थे और बाइबिल का पाठ कर रहे थे. इसकी सूचना मिलने पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मीडिया प्रभारी आनंद शाही कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रार्थना सभा की आड़ में ईसाई समुदाय के लोग धर्मांतरण का प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि ये लोग गरीब लोगों को बीमारी और भूत प्रेत बाधा सही करने के नाम पर ईसाई धर्म में जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी के कार्यकर्ताओं द्वारा मौके पर हंगामा खड़ा कर दिया. इसकी सूचना खुद ही बीजेपी नेता आनंद शाही ने पुलिस को दी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाया और संबंधित लोगों से पूछताछ करने के बाद सभी को वहां से भगा दिया.
आनन्द शाही ने बताया कि उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओ और ग्रामीणों की ओर से सूचना मिली थी. इसमें बताया गया था कि लोगों को इलाज के नाम पर ईसाई धर्म ग्रंथ, क्रॉस दिया जा रहा है और ईसा मसीह की वंदना कराई जा रही है. इस सूचना पर वह मौके पर पहुंचे और देखा तो यहां बाइबिल का पाठ हो रहा था. उधर, पुलिस ने बताया कि ईसाई धर्म के लोग सामूहिक पूजा पाठ कर रहे थे. यहां धर्मांतरण कोई मामला नहीं मिला है.