एक दौर था जब दफ्तरों में काम फाइल्स में होता था. लेकिन, जल्द ही ये बदल गया और लोग कम्प्यूटर्स में काम करने लगे. आजकल बड़ी-बड़ी फाइल्स कम्प्यूटर पर ही मौजूद रहते हैं. सिर्फ दफ्तर ही नहीं आजकल स्कूल और कॉलेजों की पढ़ाई भी लैपटॉप और कम्प्यूटर पर होने लगी है. ऐसे में लैपटॉप और कम्प्यूटर्स का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है. ऐसे में अगर आप भी लैपटॉप और कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते हैं तो आपको पता होगा कि ये QWERTY की बोर्ड के साथ आता है. हो सकता है कि आपने गौर नहीं किया होगा कि कीबोर्ड में F और J बटन खास होता है. क्योंकि, इनके नीचे छोटी लाइनें बनी होती हैं. इन लाइनों को बहुत कम ही लोग गौर करते हैं. काफी लोगों को ये पता भी नहीं होता कि ये लाइनें आखिर किस काम के लिए होती हैं.
कम्प्यूटर सिस्टम में कीबोर्ड इनपुट और कमांड देने के काम आता है. इस कीबोर्ड को खास तरह से डिजाइन किया जाता है. ताकी लोग इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकें और तेजी के साथ अपना काम कर सकें. इसी कीबोर्ड में F और J बटन के नीचे छोटी-छोटी लाइनें दी जाती हैं. इस बम्प को सालों से कीबोर्ड इस्तेमाल कर रहे लोग भी गौर नहीं करते हैं. जिन लोगों ने गौर भी किया हो तो इन्हें इसका मकसद नहीं मालूम होता है. ऐसे में आइए हम आपको यहां बताते हैं.
इसलिए F और J बटन पर होती हैं लाइनें:
F और J बटन पर नीचे की तरफ हल्का सा बम्प इसलिए दिया जाता है क्योंकि टाइप करने वाले शख्स को बिना कीबोर्ड को देखे बाएं और दाएं हाथ को पोजीशन लेने में मदद मिल सके. आपको ये बम्प सामान्य लग सकता है. लेकिन, ये उभार टाइपिंग स्पीड और सटीकता को बेहतर करने में मदद करता है. कीबोर्ड में बीच वाली लाइन को Home Row Key पोजिशन कहा जाता है. जैसे ही आप बाएं और दाएं हाथ को F और J Keys पर रखते हैं तो आप पाएंगे कि आपको Keys को एक्सेस करना काफी आसान हो जाता है.
बीच वाली लाइन में हाथों को सही पोजिशन मिलने से ऊपर और नीचे की लाइन में मूव करना काफी आसान हो जाता है. यहां उंगलियों को रखने पर आपका बायां हाथ A, S, D और F को कवर करता है. वहीं, दायां हाथ J, K, L और कोलन (;) को कवर करता है. इस समय दोनों अंगूठे स्पेस बार पर रहते हैं. तो अब आप समझ गए होंगे कि आखिर F और J बटन पर नीचे की तरफ हल्का सा बम्प क्यों दिया जाता है.