भाजपा द्वारा मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री चुने जाने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने पार्टी की आलोचना की और आरोप लगाया कि यादव के खिलाफ उज्जैन मास्टर प्लान में बड़े पैमाने पर हेरफेर सहित कुछ गंभीर आरोप थे। इसको लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक एक्स पोस्ट साझा किया। अपने एक्स पोस्ट में कांग्रेस नेता ने लिखा कि चुनाव परिणाम के आठ दिन बाद भाजपा ने मध्य प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री चुना भी तो एक ऐसे व्यक्ति को जिस पर उज्जैन मास्टरप्लान में बडे पैमाने पर हेरफेर करने समेत कई गंभीर आरोप हैं।
जयराम रमेश ने कहा कि सिंहस्थ के लिए रिज़र्व 872 एकड़ ज़मीनों मे से उनकी ज़मीन को लैंड यूज़ बदलकर अलग किया गया। इनके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं जिनमें यह गाली देते, धमकी देते और आपत्तिजनक बयान देते हुए दिख रहे हैं। क्या यह है मध्यप्रदेश के लिए ‘मोदी की गारंटी’? इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की। कमलनाथ ने कहा कि मैं उन्हें बधाई देने आया था, मैंने उनसे कहा कि मध्य प्रदेश के विकास के लिए जो हमारा योगदान होगा वे हम करेंगे...विपक्ष में रहकर हम जनता को अधिकार की रक्षा करेंगे।
मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को कहा कि नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 13 दिसंबर को होगा। भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद यादव ने शाम को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। इससे पहले दिन में, मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल के नेता मोहन यादव को राज्य में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया और उन्हें अगले मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति से संबंधित एक पत्र सौंपा। भाजपा विधायक दल ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में चौहान कैबिनेट के सदस्य यादव को अपना नेता चुना, जिससे उनके अगले मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने का मार्ग प्रशस्त हो गया।