कानपुर के कॉलेज और विश्वविद्यालयों में रैगिंग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. शहर में रैगिंग की घटनाएं रोकने के लिए प्रशासन के सारे प्रयास असफल हो रहे हैं. सीनियर छात्र कॉलेज और यूनिवर्सिटी कैंपस में जूनियर छात्रों की रैगिंग करने से बाज नहीं आ रहे हैं. दो दिन पहले ही कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में प्रथम सेमेस्टर छात्र के साथ दो सीनियर छात्रों ने जमकर मारपीट की. मारपीट के मामले में यूनिवर्सिटी कैंपस में जांच कमेटी बनाई गई.
जांच कमेटी ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट पेश की है. इसमें जूनियर छात्र से रैगिंग करने का खुलासा हुआ है. पुलिस ने सीनियर छात्र अभिषेक व पुष्पेंद्र के खिलाफ थाना नवाबगंज में एफआईआर दर्ज की है. पीड़ित छात्र की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस की जांच में रैगिंग की भी धारा भी बढ़ाई जाएगी.
जांच कमेटी को पीड़ित छात्र ने बताई आपबीती
बता दें कि कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्र ने दो दिन पहले गाली-गलौज के साथ मारपीट और मुर्गा बनाए जाने की बात प्रशासन को बताई थी. इसके बाद विश्वविद्यालय की कमेटी के सामने उसने आपबीती बताइ. छात्र ने बताया कि 27 नवंबर की रात उसके साथ यह घटना हुई. इसके बाद उसने स्थानीय थाने में शिकायत भी दर्ज कराई.
गाली-गलौज के साथ मुर्गा बनने को कहा
पीड़ित छात्र के अनुसार वह तिलक हॉस्टल के कमरा नंबर 24 में रह रहा है. 27 तारीख को कमरे के बाहर खड़ा था. तभी आरएसआरपी हॉस्टल के दो सीनियर छात्र वहां से गुजरे. गाली देते हुए उसे कमरे के अंदर रहने को बोला. उसने जब गाली देने का विरोध किया तो उसे मुर्गा बनने की धमकी दे डाली. जब छात्र मुर्गा नहीं बना तो लोगों ने उसे जमकर पीटना शुरू कर दिया.
आरोपी छात्रों की गई पहचान
इसके बाद वह अपनी जान बचाकर कमरे के अंदर भाग गया. सुबह होने पर उसने यह जानकारी अपने साथी छात्रों के साथ यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार अधिकारियों को दी. रैगिंग के शिकार पीड़ित छात्र ने जिन छात्रों के खिलाफ शिकायत करी उनकी पहचान विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कर ली थी.
सीनियर छात्रों को दी गई हिदायत
इसके बाद जांच समिति ने गुरुवार को हॉस्टल पहुंचकर पीड़ित छात्र के साथ ही साथ अन्य छात्रों से भी मामले में पूछताछ की. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने तिलक व पटेल हॉस्टल पहुंचकर छात्रों संग भोजन किया. रैगिंग न करने की हिदायत सीनियर छात्रों को दी.
वहीं, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एडिशनल डीसीपी सेंट्रल आरती सिंह ने कहा कि प्राथमिक जांच में रैगिंग का मामला सामने आया है. समिति की ओर से स्पष्ट किया गया है पुलिस अपनी जांच के बाद रैगिंग की धाराओं की मुकदमे में बढ़ोतरी करेगी.