उत्तर प्रदेश में अयोध्या के राम मंदिर में निर्माण अपने अंतिम चरण में पहुंचा है। राम मंदिर में जनवरी 2024 में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, जिस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे। इसी बीच अब उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाने का फैसला किया है। ये उत्सव हर जिले में मनाया जाएगा।
राम मंदिर में 14 जनवरी से हर जिले के चिन्हित किए गए मंदिरों में रामचरितमानस और हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया जाएगा। खास बात है कि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद भी रामचरितमानस और हनुमान चालीसा का पाठ नियमित रूप से मंदिर में चलाया जाएगा। ये रामचरितमानस और हनुमान चालीसा का पाठ होली तक पूरे प्रदेश में जारी रहने वाला है। इस दौरान अलग अलग कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा। इस आयोजन के लिए होने वाले खर्च के लिए जिले में बनी पर्यटन और संस्कृति परिषद की ओर से पैसा जारी किया जाएगा।
बता दें कि राम मंदिर को लेकर होने वाले हर जिले के आयोजन को लेकर राज्य सरकार ने अनुपूरक बजट में 100 करोड़ रुपए दिए है। इसके साथ ही बजट में अयोध्या के संरक्षण एवं विकास योजना के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। अयोध्या के अंतरराष्ट्रीय रामायण और वैदिक रीसर्च इन्स्टिट्युट के लिए भी बजट में 25 करोड़ रुपये आवंटित किए गए है। अयोध्या और बस्ती की सीमा पर श्रीराम अवतरण कॉरिडोर के लिए भी प्रतीकात्मक तौर पर एक लाख रुपये आवंटित किए गए है।
बता दें कि राज्य में रामलला और अयोध्या को समर्पित उत्सव के अलावा राज्य के 100 वर्ष पुराने मंदिरों को संरक्षित करने के लिए छह करोड़ रुपये का प्रावधान किया जा चुका है। वहीं अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का जश्न मनाने के लिए श्रीराम ट्रस्ट ने लोगों से खास आह्वान भी किया है। इसमें कहा गया था कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन हर मंदिर में उत्सव मनाए। इसी बीच योगी सरकार ने ऐलान कर दिया है कि मकर संक्रांति से लगातार उत्सव मनाया जाएगा। इस आयोजन को करने के लिए पैसा भी योगी सरकार देगी।