सरकार ने स्थानीय स्तर पर निर्मित इस्पात उत्पादों को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए ‘मेड इन इंडिया’ का ब्रांड जोड़ने की पहल बृहस्पतिवार को शुरू की। केंद्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ संकल्प को साकार करना है।
इस्पात मंत्रालय ने बयान में कहा कि वैश्विक बाजार में ‘मेड-इन-इंडिया’ इस्पात उत्पादों की ब्रांडिंग और लेबलिंग शुरू करने की पहल के पहले चरण में सभी एकीकृत इस्पात कंपनियों (आईएसपी) को शामिल किया गया है।
दूसरे चरण में द्वितीयक इस्पात उद्योग (एसएसआई) को शामिल किया जाएगा। वैश्विक बाजार में ‘मेड-इन-इंडिया’ इस्पात उत्पादों की ब्रांडिंग और लेबलिंग शुरू करने की इस पहल की प्रगति पर सिंधिया की अध्यक्षता में सलाहकार समिति की बैठक हुई।
यह इस्पात मंत्रालय और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की अपनी तरह की पहली पहल है। इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित विभिन्न इस्पात सार्वजनिक उपक्रमों के प्रमुख भी इस बैठक में शामिल हुए। बयान के मुताबिक, भारतीय इस्पात उत्पादों को खरीदारों के लिए अधिक आकर्षक बनाने के अलावा माल की मानकीकृत गुणवत्ता को भी सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।