उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हॉस्पिटल में एक गर्भवती महिला के बच्चे की मौत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा काट दिया. बीजेपी नेताओं ने 2 दिन पहले ही इस पूरे मामले में थाने में तहरीर दी थी. तहरीर के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ इस बात पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार के साथ थाने का घेराव किया और जमकर हंगामा काटा. इस दौरान बीजेपी नेताओं ने कहा कि सरकारी अस्पतालों की स्थिति इतनी खराब है कि यहां पहुंचने वाले मरीज से उपचार के नाम पर अस्पताल स्टाफ के द्वारा अवैध वसूली की जा रही है.
कोतवाली बन्नादेवी थाने का घेराव करने पहुंचे बीजेपी नेता संजू बजाज का आरोप है कि मोहनलाल गौतम महिला चिकित्सालय में दो दिन पहले 9 महीने की एक गर्भवती महिला परिवार के लोगों के साथ डिलीवरी कराने के लिए अस्पताल पहुंची थी. जहां गर्भवती महिला को अस्पताल में मौजूद नर्स ने करीब 6 घंटे तक जांच के नाम पर लैब के चक्कर कटवाए. नर्स के कहने पर लगभग कई जगह लैब में जांच कराए जाने के बाद परिवार के लोगों द्वारा गर्भवती महिला की सभी रिपोर्ट अस्पताल की नर्स को दे दीं.
तमाम रिपोर्ट के बाद भी नर्स ने महिला की डिलीवरी नहीं कराई. इसकी शिकायत परिवार के लोगों ने अस्पताल की सीएमएस से की. सीएमएस से फोन पर की गई यही बात गर्भवती महिला की डिलीवरी करने वाली नर्स को नागवार गुजर गई. सीएमएस के फोन के बाद जब 6 घंटे बाद ऑपरेशन थिएटर में डिलीवरी के लिए महिला गई तो वहां भी परिजनों ने नर्स ने धमकाया और ऑपरेशन के बाद जब बच्चा हुआ तो उसकी पल्स बहुत कम थी.
वहीं दूसरी ओर मोहनलाल गौतम अस्पताल के कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि बच्चे की मौत के बाद परिवार के लोगों और बीजेपी नेताओं ने अस्पताल में घुसकर डॉक्टर और नर्स के साथ धक्का मुक्की की. इस पूरे मामले के बाद डॉक्टर हड़ताल पर चले गए. डॉक्टर के हड़ताल पर जाने को लेकर बीजेपी नेता संजू बजाज ने सरकारी डॉक्टर कुछ भी आरोप लगा देते हैं और आरोप लगाते हुए अपनी मनमानी करते हैं. यही वजह हैं कि आज उत्तर प्रदेश में सरकारी अस्पतालों की स्थिति इतनी बद से बदत्तर हो रही है.