नई दिल्ली: एमएस धोनी (MS Dhoni) दुनिया के सबसे महान कप्तानों में से एक हैं. उन्होंने टीम इंडिया को तीन आईसीसी ट्रॉफियों का मालिक बनाया है. नतीजन आज हर कप्तान धोनी की उस ट्रिक को आजमाने का प्रयास करता है जिससे उन्होंने बड़ी-बड़ी टीमों को ध्वस्त कर दिया. माही के बाद अब टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) भी अपने नाम के आगे ट्रॉफी का टैग लगाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. रोहित की कप्तानी वाली टीम वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (IND vs AUS Final) अहमदाबाद में उतरेगी. मजे की बात ये है कि 2007 में जब धोनी अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को विजेता बनाने में जुटे थे. उस दौरान युवा रोहित शर्मा उनका दिमाग पढ़ रहे थे.
रोहित शर्मा ने भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप फाइनल में होने वाले घमासान से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम को लेकर चर्चा की. इस बीच हिटमैन ने साफ किया कि वे धोनी की 16 साल पहले वाली ट्रिक पर काम कर रहे हैं. रोहित शर्मा से जब सवाल किया गया कि आप फाइनल में इतने बड़े मैच में कुछ अलग करना चाहेंगे, जिसके बाद रोहित ने कहा, ‘हम कुछ अलग नहीं करना चाहेंगे. हम जैसे जीतते चले आ रहे हैं उसी तरह से जीतना चाहेंगे और अलग की बात है तो मुझे नहीं लगा एमएस ने 2007 में कुछ अलग किया था. हमने जिस तरह से आगे बढ़ते आए हैं उसी माइंडसेट से आगे बढ़ेंगे.’
मैंने कभी नहीं सोचा था- रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने कहा, ‘2011 में यह बहुत भावनात्मक और कठिन समय था. लेकिन मैं इस स्तर पर बहुत खुश हूं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं फाइनल में टीम का नेतृत्व करूंगा. लेकिन अगर आप चाहें तो ऐसा होगा. मैं सिर्फ टीम में अच्छी जगह बनाना चाहता था.
इसके अलावा रोहित शर्मा ने खिलाड़ियों प्रेशर में शांत रहने की सलाह भी दी. उन्होंने बताया यह सभी क लिए काफी बड़ा मूमेंट है. बड़े मुकाबलों में प्रेशर होता ही है. लेकिन खिलाड़ी ऐसे में जितना शांत रहेंगे उतना अच्छा कर पाएंगे.