मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें जय गुरुदेव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. शुक्रवार को सुबह करीब 9 बजे दिनेश की तबीयत बिगड़ने के बाद उनके परिजन उन्हें हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है. दरअसल कृष्ण जन्मभूमि से शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर दिनेश ने 4 दिन पहले ही अन्न का त्याग किया था. जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई है.
श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पाठक ने बताया है कि दिनेश शर्मा को कमजोरी बताई गई है जिससे उनका ब्लड प्रेशर लो हुआ है. डॉक्टर्स की देख-रेख में उनका इलाज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि दिनेश शर्मा की जांच कराई गई हैं और जल्द ही उनकी हालत में सुधार होगा. दरअसल चार दिन पहले दिनेश शर्मा ने संकल्प लिया था कि जब तक कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से ईदगाह को नहीं हटाया जाएगा तब तक वह अन्न ग्रहण नहीं करेंगे और भूखे ही रहेंगे.
भूखा रहने की वजह से ही दिनेश शर्मा की तबीयत बिगड़ी है और कमजोरी आ गई है. इससे पहले भी उन्होंने ईदगाह के हटने तक चप्पल-जूते नहीं पहनने का संकल्प लिया था और वह अपने इस संकल्प पर अभी तक कायम हैं. राजेश पाठक ने बताया कि श्री कृष्ण जन्मभूमि से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाले केस 174 में दिनेश शर्मा मुख्य वादी हैं. दिनेश शर्मा लगातार हिंदुत्व के लिए काम करते हैं और श्री कृष्ण की भक्ति में लून रहते हैं.
अभी भी जिद पर अड़े
बताया जा रहा है कि चार दिन पहले श्री कृष्ण जन्मभूमि से ईदगाह को हटाने की मांग करने वाले दिनेश शर्मा की हालत अभी भी खराब है लेकिन वह अन्न नहीं खाने की अपनी जिद पर अड़े हुए हैं. दिनेश शर्मा ने ही जन्मभूमि मंदिर को अवैध कब्जे को गंगाजल से धो कर शुद्ध करने का प्रण किया था. उन्होंने ईदगाह में लड्डू गोपाल जी के अभिशेक का ऐलान भी किया था और 6 दिसंबर को 11 लाख दीपों के दीपदान करने का ऐलान भी किया है.