एक कश्मीरी मुस्लिम परिवार आजकल दिवाली त्योहार के लिए मिट्टी के दीये बनाने में व्यस्त है। वे अब तक 20 हजार से अधिक मिट्टी के दीपक बना चुके हैं और उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में भेज चुके हैं, जबकि हजारों अन्य बनाने का काम जारी है। उमर कुमार और उनका पूरा परिवार दशकों से मिट्टी के बर्तनों के व्यवसाय में है। उमर ने अपने परिवार के साथ कश्मीर घाटी की पारंपरिक चमकदार मिट्टी की कला को बचाने के लिए काम किया है।
दिवाली नवंबर में मनाई जाती है, और यह कुम्हार परिवार यह सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात अथक परिश्रम कर रहा है कि ये हजारों दिवाली दीपक पूरे भारत में अपने गंतव्यों तक पहुंचें। उमर ने कहा, हमने पिछले साल दिवाली दीया बनाना शुरू किया था, और हमें जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। इस साल हम पहले ही लगभग 20,000 दिवाली दीया बना चुके हैं, और हमें अभी भी नए ऑर्डर मिल रहे हैं। हमें जम्मू और अन्य हिस्सों और राज्यों से ऑर्डर मिल रहे हैं। कश्मीर ने हमेशा भाईचारे की मिसाल कायम की है और दीये बनाने वाला यह मुस्लिम परिवार भाईचारे की अवधारणा को और मजबूत करता है।