छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को संकटग्रस्त महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों से 508 करोड़ मिलने के प्रवर्तन निदेशालय के दावे के एक दिन बाद बघेल ने इसका दृढ़ता से खंडन किया है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पूछा कि क्या बघेल अपनी ही सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। महादेव ऐप चर्चा में है क्योंकि हाल ही में दुबई स्थित इस प्लेटफॉर्म के संबंध में कई बॉलीवुड हस्तियों से पूछताछ की गई थी। ईडी ने कहा कि उसने एक वेब बेनामी बैंक खाते और राज्य में चुनाव के लिए कुछ बघेलों को दिए गए ₹508 करोड़ के फंड से जुड़े एक कबूलनामे का खुलासा किया। बघले ने आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि क्या इससे बड़ा मजाक हो सकता है? अगर आज मैं किसी को पकड़ लूं और उससे पीएम मोदी का नाम लेने के लिए कहूं, तो क्या वे (ईडी) उससे पूछताछ करेंगे? किसी की प्रतिष्ठा को धूमिल करना बहुत आसान हो गया है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने स्मृति इराई की शनिवार सुबह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जैसे ही बीजेपी सुबह-सुबह ईडी के बचाव में खुलकर सामने आई, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में ईडी और बीजेपी के बीच मिलीभगत साबित हो गई। बता दें कि बीजेपी की तरफ से पूरे मामले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। स्मृति ईरानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में महादेव ऐप के संबंध में एफआईआर दर्ज की गई थीं। दोनों राज्यों में, भाजपा सत्ता में नहीं है। तो फिर भूपेश बघेल के खिलाफ साजिश कौन कर रहा है? स्मृति ईरानी ने कहा कि यह मामला हाल का नहीं है।
एफआईआर 2022 में दर्ज की गई थी और तब से जांच चल रही है। कांग्रेस हवाला ऑपरेटरों के जरिए चुनाव लड़ रही है। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि अगर स्मृति ईरानी के पास सबूत थे तो उन्हें सबके सामने पेश करना चाहिए था। वह आरोप क्यों लगा रही है? अगर उसके पास जानकारी है लेकिन वह इसे प्रकाश में नहीं ला रही है, तो क्या वह भी इसमें एक पक्ष है? यह वही ईडी है जिसके अधिकारियों के घरों में भारी मात्रा में पैसा है। हम थे उम्मीद है कि चुनाव से ठीक पहले ऐसा होगा। यह अप्रत्याशित नहीं है। जब वे चुनाव हारने वाले हैं, तो वे ये बातें सामने ला रहे हैं।