कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के खिलाफ वैमनस्यता को बढ़ावा देने के लिए लंका थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) इकाई के अध्यक्ष की तहरीर पर यह मामला दर्ज किया गया है।
लंका थानाध्यक्ष सहजानंद श्रीवास्तव ने बताया कि एबीवीपी की काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह की लिखित तहरीर पर अजय राय के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505(2) (वैमनस्यता को बढ़ावा देने वाला बयान देना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आरोप है कि अजय राय ने बीएचयू-आईआईटी की छात्रा से छेड़छाड़ मामले में एबीवीपी के छात्रों को जिम्मेदार ठहराया था। एबीवीपी की काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह का आरोप है कि अजय राय ने पत्रकार वार्ता के दौरान बीएचयू परिसर में छात्रा के साथ छेड़खानी की घटना में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की संलिप्तता बतायी है जो कि पूर्ण रूप से निराधार है।
उन्होंने कहा कि यह एबीवीपी की छवि खराब करने एवं उक्त गंभीर प्रकरण की जांच को प्रभावित करने की नीयत से दिया गया बयान है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी के साथ अजय राय ने अपने बयान में आजम खान की गिरफ्तारी का जिक्र कर विश्वविद्यालय परिसर में जातीय और धार्मिक वैमनस्यता फैलाने का प्रयास किया है।
मामला दर्ज होने पर अजय राय ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘इस कदम से उनकी घबराहट झलक रही है। इस घटना की जांच से इसमें शामिल लोगों का खुलासा हो जाएगा। पूरा बीएचयू परिसर विद्यार्थी परिषद का अड्डा बन गया है।’’
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बुधवार की रात बीएचयू-आईआईटी की एक छात्रा को मोटरसाइकिल पर सवार तीन बदमाश मुंह दबाकर कोने में ले गए और उसके कपड़े उतारकर वीडियो बनाने के साथ उसकी तस्वीर भी खींच ली। शिकायत के मुताबिक, बदमाशों ने करीब 15 मिनट तक लड़की को बंधक बनाए रखा और इसके बाद वे उसका मोबाइल नंबर लेकर भाग गये।