नई दिल्ली: वर्ल्डकप (Cricket World Cup)में खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है. पिता और पुत्र की दो जोड़ियां भी इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में अलग-अलग वर्षों में खेल चुकी हैं. पिता-पुत्र की इस जोड़ियां में दो पिता-पुत्र ऐसे हैं जो अलग-अलग टीमों की ओर से इस टूर्नामेंट में खेलीं. डॉन प्रिंगल (Don Pringle) ईस्ट अफ्रीका की ओर से 1975 के वर्ल्डकप में खेले जबकि उनके बेटे डेरेक प्रिंगल (Derek Pringle) 1987 और 1992 के वर्ल्डकप में इंग्लैंड की ओर से खेले. इस सूची में एक और नाम केविन करेन और सेम करेन का है. पिता केविन करेन (Kevin Curran) जहां जिम्बाब्वे की ओर से वर्ल्डकप-1983 और 1987 में खेले, वहीं उनके बेटे सेम करेन (Sam Curran) इस वर्ल्डकप (World Cup 2023) में इंग्लैंड की ओर से खेल रहे हैं.
केविन करेन की बात करें तो वे वर्ल्डकप 1983 और वर्ल्डकप 1987 में जिम्बाब्वे की टीम के सदस्य रहे हैं. यही नहीं, 1983 के वर्ल्डकप में वे भारत के के. श्रीकांत और संदीप पाटिल को आउट भी कर चुके हैं. वर्ल्डकप 1983 का यह वही ऐतिहासिक मैच था जिसमें भारत के कप्तान और महान हरफनमौला कपिल देव ने नाबाद 175 रनों की पारी खेली थी. इस वर्ल्डकप में उन्होंने 212 रन बनाने के साथ-साथ पांच विकेट भी हासिल किए थे.बाद में 1987 के रिलायंस वर्ल्डकप में केविन 75 रन बनाने के अलावा चार विकेट भी हासिल करने में सफल रहे थे.
केविन करेन के पुत्र सेम हरफनमौला की हैसियत से वर्ल्डकप 2023 में इंग्लैंड टीम के सदस्य हैं. यह उनका पहला वर्ल्डकप है, हालांकि टूर्नामेंट में सेम का अब तक का प्रदर्शन खास नहीं रहा है. उन्होंने अब तक तीन मैचों में 35 रन बनाए हैं और केवल दो विकेट उनके हाथ आए हैं. सेम करेन भले ही इस वर्ल्डकप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं लेकिन वनडे में उनका रिकॉर्ड बेहतरीन है. उन्होंने अब तक 29 वनडे मैचों में 22 के औसत से 418 रन बनाए हैं जबकि 39 के औसत से 30 विकेट उनके नाम पर हैं.इस दौरान 48 रन देकर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है.
वर्ल्डकप में खेलीं पिता-पुत्र की जोड़ियां
डॉन प्रिंगल (ईस्ट अफ्रीका), डेरेक प्रिंगल (इंग्लैंड)
लांस केर्न्स, क्रिस केर्न्स (न्यूजीलैंड)
क्रिस ब्रॉड, स्टुअर्ट ब्रॉड (इंग्लैंड)
ज्योफ मार्श, मिशेल मार्श, शॉन मार्श (ऑस्ट्रेलिया)
रॉड लैथम, टॉम लैथम (न्यूजीलैंड)
केविन करेन (ज़िम्बाब्वे), सेम करेन (इंग्लैंड)
टिम डी लीडे, बास डी लीडे (नीदरलैंड्स)
इसके अलावा रॉजर बिन्नी और उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी भी वर्ल्डकप में भारतीय टीम के सदस्य रहे हैं. पिता रॉजर 1983 और 1987 के वर्ल्डकप में भारतीय टीम की ओर से 9 मैच खेल चुके हैं. रॉजर के बेटे स्टुअर्ट, 2015 के वर्ल्डकप में भारत की 15 सदस्यीय टीम में थे लेकिन उन्हें कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला था.