भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को राजस्थान में आगामी चुनावों के लिए उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की, जहां 25 नवंबर को मतदान होना है। भाजपा ने सरदापुरा विधानसभा सीट से सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ महेंद्र सिंह राठौड़ को मैदान में उतारा है। टोंक में सचिन पायलट से अजित सिंह मेहता लड़ेंगे। इस सूची में जयपुर की हवामहल सीट से बालमुकंद आचार्य भी शामिल हैं। गौरतलब है कि हाल ही में कांग्रेस की राज्य सरकार ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
कांग्रेस शासित राजस्थान में सत्ता में वापसी के लिए बीजेपी पुरजोर कोशिश कर रही है और उसने सात सांसदों को मैदान में उतारा है। पार्टी ने कहा कि उन्होंने अपनी-अपनी पार्टियों के भीतर किसी भी विद्रोह से बचने के लिए सतर्क कदम उठाए हैं, जो प्रमुख चुनावों में उनकी संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है। उम्मीदवारों की अपनी तीन सूचियों में, भाजपा ने कम से कम 11 लोगों को टिकट दिया है जो प्रमुख नेताओं के परिवार के सदस्य हैं।
भाजपा की सूची में कई प्रमुख नेताओं के बेटे, बेटियां, पोतियां और बहुएं शामिल हैं। इसने उन नेताओं के परिवार के सदस्यों पर उचित ध्यान दिया है जिनकी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण मृत्यु हो गई। भाजपा ने दिवंगत सांसद सांवर लाल जाट के बेटे राम स्वरूप लांबा को नसीराबाद सीट से और दिवंगत पूर्व राज्य मंत्री दिगंबर सिंह के बेटे शैलेश सिंह को डीग-कुम्हेर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया है। पार्टी ने 2018 का चुनाव जीतने वाले लांबा पर एक बार फिर दांव लगाया है। उन्होंने इससे पहले अजमेर से लोकसभा उपचुनाव भी लड़ा था और कांग्रेस के रघु शर्मा से 80,000 वोटों के अंतर से हार गए थे।