अमर उपाध्याय जल्द कलर्स टीवी पर आने वाले सीरियल ‘डोरी’ से टीवी की दुनिया में वापसी कर रहे हैं. अपने नए शो को लेकर अमर बेहद एक्साइटेड हैं. उनका सीरियल ‘डोरी’ एक बच्ची पर होने वाले अन्याय की कहानी है. ‘डोरी’ से पहले अमर एकता कपूर के टीवी सीरियल ‘मोलकी’ का हिस्सा बने थे, जो राजस्थान की एक कुप्रथा पर आधारित थी. अमर उपाध्याय ने किस तरह से सीरियल स्ट्रॉन्ग मैसेज दे सकते हैं इस पर बात की और साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि कैसे उनके सीरियल मोलकी की वजह से एक गलत प्रथा बंद हुई.
अमर उपाध्याय ने कहा, “ऐसा शो कभी टीवी पर इससे पहले आया नहीं आया है. ये बाप-बेटी की कहानी है. एक गांव में रहने वाला गरीब इंसान कैसे एक बेटी को गोद लेता है और उसकी परवरिश करता है, रास्तें में उसे किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, बेटी को कमजोरी समझने वालों के बीच किस तरह से ये बेटी उसकी ताकत बनती है. ये कहानी हम दर्शकों को बताने वाले हैं. मुझे ये कहानी पसंद आई और मैंने तुरंत इस शो को करने के लिए ‘हां’ कह दी थी.”
आगे अमर बोले, “समाज में जो गलत काम हो रहे हैं, उन्हें टीवी के माध्यम से दिखाने चाहिए. इस तरह की कहानी जब हम बताते हैं, तब लोगों को एहसास होता है कि वो क्या गलत कर रहें हैं, उनकी सोच कितनी गलत है. आज भी टीवी एक मजबूत माध्यम है. वो गरीब हो या अमीर, हम टीवी से सब के घर आसानी से पहुंच जाते हैं, फिल्मों के लिए आपको थिएटर में जाना पड़ता है.”
‘मोलकी’ से बंद हुई पुरानी प्रथा
‘डोरी’ एक्टर ने कहा कि टीवी के माधयम से हम ज़रूरी मैसेज लोगों तक पहुंचा सकते हैं. लड़की होने के बाद उन्हें मार दिया जाता है, किस तरह से उन पर अन्याय किया जाता है. ये चीजें बहुत पहले दिखानी जानी चाहिए थीं. जैसे मेरे सीरियल ‘मोलकी’ में दिखाया गया था, ये प्रथा गलत थी. अब ये प्रथा राजस्थान के कुछ गांव में बंद हो गई है, जिसे पॉजिटिव इम्पैक्ट कह सकते हैं.’ आपको बता दें, एकता कपूर की प्रोड्यूस की हुई सीरियल मोलकी ‘मोल देकर की जाने वाली लड़की की शादी’ पर आधारित थी.