दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी सांसद राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि (Indira Gandhi death anniversary) पर शक्ति स्थल पर श्रद्धांजलि दी. 1984 में स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार की सैन्य कार्रवाई के पांच महीने के बाद आज के ही दिन उनके ही दो अंगरक्षकों ने इंदिरा गांधी की हत्या कर दी थी. वह भारत की एकमात्र महिला प्रधान मंत्री थीं. उन्होंने जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक और फिर जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 में अपनी हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. इंदिरा गांधी को ‘भारत की लौह महिला’ के रूप में जाना जाता है.
इंदिरा गांधी को बैंकों के राष्ट्रीयकरण और अन्य बातों के अलावा शाही परिवारों के प्रिवी पर्स को खत्म करने का श्रेय जाता है. ऐसा कहा जाता है कि 1971 के बांग्लादेश युद्ध के बाद दिग्गज भाजपा नेता और पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें ‘देवी दुर्गा’ कहा था. 1999 में बीबीसी के एक पोल में उन्हें ‘वुमन ऑफ द मिलेनियम’ नामित किया गया था. इंदिरा का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में हुआ था. वह आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की इकलौती संतान थीं. उनका पूरा परिवार स्वतंत्रता संग्राम में शामिल था.
इंदिरा गांधी के दादा मोतीलाल नेहरू एक प्रसिद्ध वकील, कार्यकर्ता और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) से जुड़े राजनेता थे. उन्होंने 1919 से 1920 और 1928 से 1929 तक दो बार कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. उनकी मां कमला नेहरू भी एक स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस की सदस्य थीं. इंदिरा गांधी ने दिल्ली में मॉडर्न स्कूल, सेंट सेसिलिया और इलाहाबाद में सेंट मैरी कॉन्वेंट में पढ़ाई की. वह जिनेवा के इंटरनेशनल स्कूल, बेक्स में इकोले नोवेल्ले और पूना और बॉम्बे में प्यूपिल्स ओन स्कूल में भी गईं. इंदिरा ने विश्व भारती, शांतिनिकेतन में भी पढ़ाई की. जहां उन्हें महान कवि और लेखक रवींद्रनाथ टैगोर ने प्रियदर्शिनी नाम दिया था.
इंदिरा गांधी ने 1942 में आनंद भवन में फिरोज गांधी से शादी की. उनके दो बेटे थे- राजीव गांधी और संजय गांधी. वह 1960 में कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गईं. जनवरी 1966 में उज्बेकिस्तान के ताशकंद में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की आकस्मिक मौत के बाद उन्हें मोराजी देसाई के स्थान पर कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया. उन्होंने देसाई को उपप्रधान मंत्री और वित्त मंत्री के रूप में सरकार में शामिल किया. उन्होंने जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया. 3 वर्षों के संक्षिप्त अंतराल के बाद वह जनवरी 1980 में सत्ता में लौटीं और 1984 में अपनी मृत्यु तक प्रधानमंत्री बनी रहीं.