हरियाणा के सोनीपत के गांव ककरोई के पास खेत में गांव सिसाना के कैब चालक के ब्लाइंड मर्डर से पर्दा उठाकर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी मूलरूप से गांव सेहरी निवासी सचिन और सौरभ है. आरोपी सचिन के परिजन रोहतक के वसंत विहार में रहते हैं. आरोपी गांव में हिंसक वारदात को अंजाम देना चाहते थे. इसके लिए वारदात के बाद भागने को उन्हें वाहन की जरूरत थी.
इसके चलते उन्होंने कैब चालक को बुलाकर उसकी गाड़ी लूट ली. विरोध करने पर उस पर वार कर दिए और उसकी मौत हो गई.कार झाडिय़ों में फंसने के चलते वह उसे लेकर नहीं भाग सके.पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है.
दरअसल, सोनीपत के गांव सिसाना निवासी प्रवीण ने 27 अक्तूबर को सदर थाना पुलिस को बताया था कि उनका चचेरा भाई अशोक (33) ओला कंपनी में कैब चलाते थे. 26 अक्तूबर को अशोक के मोबाइल नंबर पर रात को करीब 10 बजे एक नंबर से कॉल आई थी. कॉल करने वाले ने उन्हें चौलका बुलाया था. बाद में सुबह उनके भाई का शव ककरोई के पास मिला था. उनकी कार झाडिय़ों में फंसी थी. पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था.
पुलिस ने जांच करते हुए सौरभ और सचिन सहरी को गिरफ्तार कर ब्लाइंड मर्डर से पर्दा उठाया है. आरोपी अशोक की हत्या नहीं करना चाहते थे. उन्होंने उसकी गाड़ी लूटने का षड्यंत्र रचकर बुलाया था. आरोप है कि लूट का विरोध करने पर उन्होंने हमला कर दिया.
किसी और से था झगड़ा
सचिन का गांव में जमीन के विवाद को लेकर झगड़ा है. वह रंजिश में बड़ी हिंसक वारदात की साजिश रच रहा था. सचिन का 26 अक्तूबर को गांव के युवकों के साथ भी झगड़ा हुआ था, जिसमें सचिन को पीटकर घायल कर दिया था. सचिन नशा करने का आदी रहा है. एसीपी सोनीपत जीत सिंह ने बताया कि आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर लिया है. शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि वह किसी हिंसक वारदात को अंजाम देने के बाद भागने के लिए कार को लूटना चाहते थे. गिरफ्तार आरोपी सचिन और सौरभ ने फोन पर ओला कार लूटने के लिए बुक थी. दोनों गांव सेहरी के रहने वाले है. लूट का विरोध करने पर उसकी ही हत्या कर डाली.