भारत मिलन समारोह समिति के कार्यक्रम में शामिल होने छपरा पहुंचे राजद विधायक व बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने खुले मंच से रामायण की प्रशंसा की और अपने ही पार्टी नेताओं को अप्रत्यक्ष रूप से नसीहत भी दे दी. तेज प्रताप यादव ने कहा कि रामायण पढ़ने से लोगों में चारित्रिक विकास होता है, लिहाजा युवाओं को रामायण का अध्ययन जरूर करना चाहिए. खासकर वाल्मीकि और तुलसीदास लिखित रामचरित मानस (रामायण) का जिक्र करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि टीवी और सिनेमा ने रामायण को प्रदर्शित किया है, लेकिन रामायण का मूल आधार आज भी जीवित है.
दरअसल, छपरा में वन पर्यावरण मंत्री और लालू के लाल तेजप्रताप यादव का अनूठा अंदाज देखने को मिला. भारत मिलाप समारोह के मंच पर बांसुरी बजाकर तेजप्रताप ने युवाओं को रामायण पढ़ने की नसीहत दी. तेज प्रताप ने कहा कि टीवी और फिल्म वालों ने रामायण को वल्गर बना दिया है, लेकिन असली रामायण संपूर्ण रामायण में निहित है, जिसे सभी को पढ़ना चाहिए. रामायण का हर एक चरित्र लोगों को नसीहत देने वाला है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा, भगवान राम का चरित्र हम सभी के लिए प्रेरणादायी है. आज के नौजवानों को वाल्मीकि एवं तुलसीदास जी द्वारा लिखित रामायण का अध्ययन करना चाहिए. युवाओं को पार्को के स्थान पर अयोध्या का भ्रमण करना चाहिए. इसके पूर्व तेज प्रताप यादव के छपरा पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनके कई जगहों पर स्वागत किया.
तेज प्रताप यादव ने कहा, भगवान राम ऊंच-नीच का भेद मिटाने की प्रेरणा देते हैं. बिहार एवं देश का विकास सभी को साथ लेकर चलने से ही संभव है, किसी एक के विकास देश का विकास नहीं हो सकता. देश के विकास के लिए सभी धर्मों एवं जातियों को साथ लेकर चलना होगा. आजकल कुछ लोग युवाओं को गुमराह करके जाति एवं धर्म के नाम पर नफरत फैलाकर बांटने का काम कर रहे हैं. युवा शास्त्रों का अध्ययन करेंगे तो लोगों के बहकावे में नहीं आएंगे.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि जय श्री राम नहीं सीताराम बोलिए, जिससे माता सीता एवं भगवान राम दोनों की आराधना होगी. मातृ शक्ति की आराधना का भी महत्व है. युवा पीढ़ी भगवान राम एवं हनुमान जी के चरित्र से प्ररेणा लेकर कुछ ऐसा काम करे जिसे दुनिया सदियों तक याद रखे.