नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट में अभी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. टीम वर्ल्ड कप 2023 में 6 में से 4 मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार है. पीसीबी के चेयरमैन जका अशरफ और कप्तान बाबर आजम के रिश्तों में खटास दिखाई दे रही है. अशरफ ने बाबर के पर्सनल चैट तक लीक कर दिए हैं. अब चीफ सेलेक्टर इंजमाम उल हक बड़े विवाद में फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं. वे प्लेसर्स एजेंट फर्म में हिस्सेदारी के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के निशाने पर आ गए हैं. इंजमाम से इस मामले में सफाई मांगी गई है. पीसीबी इस मामले की जांच कराने की तैयारी कर रहा है.
क्रिकेट पाकिस्तान की खबर के अनुसार, पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक की याजो इंटरनेशनल लिमिडेट में हिस्सेदारी है. इस कंपनी के मालिक प्लेयर्स एजेंट तल्हा रेहमानी हैं. रेहमानी पाकिस्तान के टॉप क्रिकेटर्स बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान और शाहीन शाह अफरीदी तक का काम देखते हैं. ऐसे में इंजमाम हितों के टकराव के मामले में फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं.
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को लेकर हुआ विवाद
इंजमाम उल हक के कंपनी के साथ जुड़ने के कारण वे क्रिकेटर्स को प्रभावित कर सकते हैं, इस तरह के आरोप भी उन पर हैं. इसमें सेलेक्शन से लेकर सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट तक के मामले शामिल हैं. पिछले दिनों कॉन्ट्रैक्ट को लेकर खिलाड़ी और बोर्ड आमने-सामने आ गए थे. 5 महीने से खिलाड़ियों को सैलरी तक नहीं मिली है. खिलाड़ी आईसीसी से मिलने वाले रेवेन्यू तक में हिस्सेदारी मांग रहे थे.
एक लोकल न्यूज चैनल से बात करते हुए जका अशरफ ने हितों के टकराव के मामले में जांच के संकेत दिए हैं. उन्हाेंने कहा कि यह निश्चित रूप से हितों के टकराव का मामला है. हम चीफ सेलेक्टर से इस बारे में पूरी जानकारी लेंगे. जका अशरफ ने कहा कि यदि तल्हा रेहमानी 7 से 8 खिलाड़ियों का काम देखते हैं, तो कहीं उन्होंने सेलेक्शन में भी तो अपने प्रभाव का इस्तेमाल नहीं किया, इस बारे में भी इंजमाम उल हक से अपना पक्ष रखने को कहा जाएगा.