बात बहुत पुरानी तो नहीं हैं. इसी साल 15 अगस्त की बात है. लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय लोकतंत्र की सबसे बड़ी बीमारी के बारे में बताया था. उन्होंने कहा परिवारवाद धीरे-धीरे लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है. उन्होंने कहा था कि देश के लोकतंत्र में ऐसी कुरीति आई है, जो कभी भारत को मजबूती नहीं दे सकती है. आगे उन्होंने राजनीति में परिवारवाद की परिभाषा भी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘परिवारवादी पार्टी का मंत्र है पार्टी ऑफ द फैमिली, बाय द फैमिली और फॉर द फैमिली’. बिना किसी का नाम लिए पीएम मोदी ने एक साथ राहुल गांधी से लेकर अखिलेश यादव और स्टालिन की काबिलियत पर सवाल उठाए थे. रह रहकर पीएम मोदी इस मुद्दे को हवा देते रहे हैं. उनका कहना है कि गैर बीजेपी पार्टियों में योग्यता के बदले घर परिवार देखा जाता है. उन्होंने बीजेपी की ऐसी छवि गढ़ने का दावा किया है कि एक चाय वाले का बेटा भी पीएम बन सकता है.
तस्वीर के जरिए अखिलेश का बीजेपी को जवाब
अखिलेश यादव अब बीजेपी के इसी आरोप का जवाब दे रहे हैं, वो भी एक तस्वीर के जरिए. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा ‘भाजपा के परिवारवाद की तस्वीर. पहचाना क्या ? सपा वाले असंभव को संभव कर देते हैं और भाजपा वाले सिर्फ फोटो खिंचाने आते हैं’.
तस्वीर में एक साथ दिखे बीजेपी नेताओं के बच्चे
ये फोटो रविवार को लखनऊ में हुए भारत और इंग्लैंड के वर्ल्ड कप क्रिकेट मैच की है, जो अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में हुआ था. फोटो में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे और BCCI के सचिव जय शाह हैं. उनके साथ तीन बड़े नेताओं के बेटे हैं जो अब यूपी सरकार में मंत्री हैं. जय शाह के बाईं ओर यूपी के शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह हैं जो कल्याण सिंह के पोते और बीजेपी के सांसद राजवीर सिंह के बेटे हैं. जय शाह के दाहिनी तरफ सबसे पहले जितिन प्रसाद हैं जो यूपी सरकार में PWD मंत्री हैं. जितिन प्रसाद कांग्रेस के सीनियर लीडर जीतेन्द्र प्रसाद के बेटे हैं. उनके ठीक बगल में नितिन अग्रवाल हैं, जो योगी सरकार में आबकारी मंत्री है. नितिन अग्रवाल नरेश अग्रवाल के बेटे हैं जो बीएसपी से लेकर समाजवादी पार्टी में रहे और अब बीजेपी में हैं.
‘अखिलेश को सत्ता के लिए परिवार की चिंता नहीं’
अखिलेश यादव को बीजेपी यूपी में परिवारवाद के सबसे बड़े प्रतीक के तौर पर प्रचारित करती रही है. अखिलेश यादव जब भी बीजेपी पर हमलावर होते हैं तो ये चर्चा तेज कर दी जाती है. बीजेपी के एक सांसद ने बताया कि अखिलेश तो सत्ता के लिए परिवार की भी परवाह नहीं करते. उन्होंने अपनी मनमानी के लिए अपने पिता मुलायम सिंह का भी सम्मान नहीं किया.
‘अखिलेश यादव ने कुल्हाड़ी पर पैर रख दिया है’
उधर अखिलेश के इस तस्वीर को पोस्ट करने के बाद बीजेपी के नेताओं ने भी जवाब देने में देर नहीं की. यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने अखिलेश पर तंज करते हुए कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया पर ये तस्वीर शेयर करके के अपने पैर पर कुल्हाड़ी नहीं मारी बल्कि कुल्हाड़ी पर पैर रख दिया है.