उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के रहने वाले सुधीर सिंह को बदले की आग ने उसे खूंखार अपराधी बना दिया. वह 400 करोड़ की प्रॉपर्टी का मालिक है. पुलिस रिकॉर्ड में उसके खिलाफ 40 मुकदमे दर्ज हैं. माफिया सुधीर सिंह का नाम उत्तर प्रदेश के टॉप 10 माफियाओं की सूची में शामिल है. अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए सुधीर सिंह ने कई सनसनीखेज मर्डर किए. इससे अपराध जगत में सुधीर सिंह चमकने लगा. 1990 के दशक में सुधीर सिंह अपराध जगत में आया. इसका फायदा उठा कर उसने राजनीति में भी एंट्री कर ली.
सपा की सरकार में सुधीर सिंह ब्लाक प्रमुख बना. इस दौरान सुधीर सिंह ने अपनी पत्नी और मां को भी प्रधानी और जिला पंचायत का चुनाव लड़ाया. 2022 के विधानसभा चुनाव में भी सुधीर सिंह बीएपी के बैनर तले चुनाव लड़ा लेकिन उसमे उसको हार का सामना करना पड़ा. 2022 विधानसभा चुनाव में सुधीर सिंह के ऊपर कई और मुकदमे दर्ज हुए. शासन ने सुधीर सिंह के ऊपर 50000 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया.
पुलिस ने खोली 20 साल पहले की फाइल
तभी पुलिस ने 20 साल पहले की एक फाइल खोल दी और सुधीर सिंह की तलाश शुरू कर दी. पुलिस ने लगातार उसकी तलाश के लिए छापेमारी भी की लेकिन कामयाबी नहीं मिली. कई गैर जमाती वारंट भी जारी किए गए. माफिया सुधीर सिंह का घर और प्रॉपर्टी भी कुर्क कर दी गई. पुलिस का दबाव बढ़ता देख अंत में सुधीर सिंह ने 20 मई 2023 को सहजनवा के कोर्ट में समर्पण कर दिया. तब से वह जेल में बंद है.
पुलिस ने चिन्हित की करोड़ों की संपत्ति
माफिया सुधीर सिंह गोरखपुर के गीडा थाना क्षेत्र के कालेसर का रहने वाला है. पुलिस और प्रशासन ने सुधीर सिंह की अपराध से अर्जित 400 करोड़ की संपत्ति को चिन्हित किया है. गोरखपुर के शाहपुर और कैंट थाने में दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में माफिया सुधीर सिंह की संपत्ति को जप्त करने की रिपोर्ट गीडा थाना पुलिस ने जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश को भेजी थी. जिलाधिकारी से अनुमति मिलने के बाद एसपी नाथ मनोज अवस्थी ने तहसीलदार सहजनवा, सीओ कैंपियरगंज, थाना प्रभारी गीडा के साथ कालेसर और बाघागाड़ा स्थित माफिया की भूमि पर पहुंचे और मुनादी करा कर जब्तीकरण की कार्रवाई की.
माफिया पर इन धाराओं में दर्ज हैं केस
इससे पहले भी प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उसकी 100 करोड़ से ज्यादा संपत्ति को जप्त किया था. यह संपत्ति उसके और उसकी पत्नी और छोटे भाई के नाम से रजिस्टर्ड थी. 90 की दशक में अपराध जगत में आने वाले सुधीर सिंह पर 40 मुकदमे दर्ज है. जिसमें रंगदारी, धमकी, लूटपाट, हत्या, हत्या की कोशिश, मारपीट, भूमि कब्जा जैसे अपराधिक मामले शामिल है. माफिया सुधीर सिंह के खिलाफ गोरखपुर, महाराजगंज और लखनऊ जिले के अलग-अलग थानों में हत्या, हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर गुंडा एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं.
दबंगई के बल पर लोगों की जमीन हड़पी
पुलिस की जांच में माफिया सुधीर सिंह के पास 400 करोड़ रुपए की जमीन मिली थी. सुधीर सिंह के नाम पांच जमीन उसके भाई उदयवीर सिंह के नाम दो और माफिया की पत्नी अंजू सिंह के नाम से पंजीकृत मिले हैं. अन्य 14 जगहों पर मिली जमीन उसके नाम से पंजीकृत नहीं है. उसने जमीन को दान में मिलने का दावा किया था. जबकि सुधीर सिंह पर आरोप है कि उसने अपने दबंगई के बल पर लोगों की जमीन को अपने नाम करा लिया है. गोरखपुर जोन के 7 बदमाश पुलिस व प्रशासन के निशाने पर हैं. जिसमें सुधीर सिंह के अलावा पूर्व विधायक राजन तिवारी, माफिया विनोद उपाध्याय, राकेश यादव देवरिया के पूर्व एमएलसी रामू द्विवेदी, बलरामपुर के रिजवान जहीर व बहराइच के देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ गब्बर शामिल है.
वहीं, इस मामले में एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा घटित अपराधों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत शासन द्वारा चिन्हित माफिया सुधीर सिंह पर प्रभावी कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई के अंतर्गत गैंगस्टर एक्ट की धारा 14-ए के तहत माफिया सुधीर सिंह की पांच भू संपत्तियों को कुर्क किया गया है.