New Delhi: क्या सर्दियों के लिए तैयार है आपका गीजर? अक्सर आती हैं ये 5 दिक्कतें, अभी जान लें वरना पड़ेगा ठंडे पानी से नहाना

New Delhi: क्या सर्दियों के लिए तैयार है आपका गीजर? अक्सर आती हैं ये 5 दिक्कतें, अभी जान लें वरना पड़ेगा ठंडे पानी से नहाना

गीजर एक घर में इस्तेमाल होने वाला एक कॉमन होम अप्लायंस है. ये बाथिंग, क्लीनिंग और वॉशिंग जैसे कामों के लिए गर्म पानी प्रोड्यूस करता है. एक समय तक इस्तेमाल होने के बाद गीजर के साथ कुछ प्रॉब्लम हो सकती है. ऐसे में इसे रिपेयरिंग की भी जरूरत पड़ सकती है. इसलिए कुछ बेसिक चेक करना बहुत जरूरी होता है. ताकी किसी भी खराबी का पता लगाया जा सके और विंटर के लिए गीजर को रेडी रखा जा सके. आइए जानते हैं गीजर के साथ होने वाली कुछ आम दिक्कतों को.

गर्म पानी का न आना: गीजर के साथ इस दिक्कत का होना एक आम बात है. गीजर के अंदर दो हीटिंग एलिमेंट होते हैं जो पानी को गर्म करते हैं. अगर आपके घर में पावर सप्लाई ठीक है लेकिन गीजर से फिर भी गर्म पानी न आ रहा हो तो इसका मतलब ये है कि हीटिंग एलिमेंट्स फेल हो गए हैं. गर्म पानी न मिलने का एक कारण फॉल्टी थर्मोस्टेट भी होता है. थर्मोस्टेट एक डिवाइस है जो वांछित तापमान प्राप्त होने पर पावर सप्लाई बंद करके गीजर के अंदर पानी के तापमान को वांछित स्तर पर रखता है. हालांकि, ये डिवाइस कई बार ऑफ पोजीशन पर ख़राब हो जाता है. ऐसे में पानी गर्म नहीं होता है और पानी ठंडा ही रहता है. ऐसे में अगर आपको कभी गीजर से गर्म पानी न मिले तो किसी प्रोफेशनल की मदद लें. ताकी हीटिंग एलिमेंट और थर्मोस्टेट की रिपेयरिंग हो सके

पानी ज्यादा गर्म न आ रहा हो: गीजर के अंदर पानी का तापमान थर्मोस्टेट द्वारा मेनटेन किया जाता है. सभी गीजर का टेम्परेचर रेंज 40 से 70 डिग्री सेल्सियस तक होता है. जब थर्मोस्टेट सेटिंग को लो टेम्परेचर पर सेट किया जाता है तब कम तापमान में ही पावर सप्लाई ऑफ हो जाता है. ऐसे में पानी गर्म नहीं होता और ये ठंडा ही रह जाता है. ऐसे में अगर आपको गर्म पानी न मिले तो थर्मोस्टेंट सेटिंग को चेक करें. कई बार कम टेम्परेचर सेटिंग में ही थर्मोस्टेट खराब हो जाता है. यानी पावर सप्लाई लोवर टेम्परेचर में ही ऑटोमैटिकली बंद हो जाता है. ऐसे में खराब थर्मोस्टेट को रिप्लेस करना होता है या बदलना होता है

गर्म पानी का कम प्रेशर: लो हॉट वाटर प्रेशर की बड़ी वजह वाटर पाइप में सेडिमेंट का बिल्ड अप, जंग और आउटलेट वॉलेट में ब्लॉकेज आदि होते हैं. एक समय के बाद साल्ट, मिनरल वाटर पाइप में डिपॉजिट हो जाते हैं. यही पानी के फ्लो को बाधित करते हैं. रस्ट धीरे-धीरे पाइप को जाम कर देता है और वाटर प्रेशर कम हो जाता है.

गीजर से आवाज आना: अगर आपको हमिंग, हिसिंग और क्रैकिंग नॉइज आपके गीजर से सुनाई पड़े तो इसकी वजह वाटर हीटर टैंक के बॉटम में जमे साल्ट और मिनरल डिपॉजिट हो सकते हैं. एक समय के बाद हार्ड वाटर में मौजूद लाइम और स्केल पानी के टैंक के बॉटम को ढंक देते हैं. साथ ही हीटिंग एलिमेंट्स और इलेक्ट्रोड्स के सरफेस भी ढंक जाते हैं. इन्ही डिपॉजिट्स की वजह से प्रॉपर हीटर ऑपरेशन में दिक्कत पैदा करता है और इससे आवाज आने लगती है. ऐसे में गीजर की टंकी को साफ कर इसे दूर किया जा सकता है. 

गीजर से पानी टपकना: गीजर से पानी बाहर आने की कई वजहें हो सकती हैं. कई वजहों में से एक वजह ये हो सकता है कि ड्रेन वाल्व लूज हो या गीजर के अंदर हाई प्रेशर बिल्ड हो गया हो. साथ ही वाटर टैंक में जंग लगने से भी ऐसा हो सकता है. कई बार गीजर से पानी लूज ड्रेन वॉल्व की वजह से लीक होता है. ऐसे में आप इसे टाइट कर सकते हैं. बाकी किसी भी काम के लिए आपको प्रोफेशनल की मदद लेनी होगी.

Leave a Reply

Required fields are marked *