वयोवृद्ध वामपंथी नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वी.एस. अच्युतानंदन शुक्रवार को 100 वर्ष के हो गए। वह राज्य में सतारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सबसे लोकप्रिय और भीड़ जुटाने में सक्षम नेताओं में से हैं।
वी.एस. अच्युतानंदन को उनके समर्थक आम तौर पर ‘कॉमरेड वीएस’ के नाम से पुकारते हैं। उन्होंने 1964 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) से अलग होकर माकपा की स्थापना की थी।
पार्टी और राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने माकपा नेता को उनके 100वें जन्मदिन पर बधाई दी। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने फोन पर अच्युतानंदन को जन्मदिन पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, ‘‘पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन को उनके 100वें जन्मदिन पर मेरी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। मैं केरल के लोगों के साथ मिलकर उनके अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करता हूं।’’
एक बयान में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा, ‘‘मैं केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वी.एस. अच्युतानंदन के 100वें जन्मदिवस पर पर उनका हार्दिक अभिनंदन करता हूं। वह (अच्युतानंदन) एक जुझारू नेता थे और हैं। उन्होंने लोगों के भलाई से जुड़े उद्देश्यों के लिए निडरता के साथ अवाज उठाई।’’
राज्य के अलप्पुझा जिले में 20 अक्टूबर 1923 को जन्में अच्युतानंदन ने 2006 से 2011 तक केरल के मुख्यमंत्री का पद संभाला था।