उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक निजी अस्पताल में सड़क हादसे में घायल एक मरीज की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर उपचार मे लापरवाही का आरोप लगाकर अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। परिजनों का आरोप था की निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने उपचार मे लापरवाही बरती जिसके कारण उनके मरीज की मौत हो गई। अस्पताल में हंगामा की खबर के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझा बुझाकर शव को कब्जे में लेकर परिजनों के आरोपों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। मृतक के परिजनों के तोड़फोड़ और हंगामा की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है। पुलिस के मुताबिक इसमें दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
निजी अस्पताल में तोड़फोड़ की यह तस्वीर हरदोई कोतवाली शहर के नघेटा रोड पर स्थित शिव शक्ति हॉस्पिटल की है। दरअसल आज सुबह हरी पुरवा के रहने वाले सुभाष श्रीवास्तव आज मंडी समिति में एक मार्ग दुर्घटना में घायल हो गए इसके बाद मंडी समिति के व्यापारी और उनके परिजन घायल सुभाष को लेकर शिव शक्ति हॉस्पिटल पहुंचे। परिजनों का आरोप है की इमरजेंसी फीस अदा करने के बाद मौके पर पहुंचे डॉक्टर ने उनके दो इंजेक्शन लगाए और उसके बाद किसी तरह की कोई उपचार नहीं किया जबकि वह लोग अस्पताल वालों से लगातार उपचार करने के लिए कहते रहे हैं। करीब डेढ़ घंटे बाद तकलीफ ज्यादा बढ़ने और मरीज की हालत बिगड़ने पर अस्पताल के डॉक्टर उन्हें देखने आए लेकिन तब तक उनके मरीज की मौत हो चुकी थी। घायल की मौत की जानकारी होने पर मृतक के परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाकर अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ करना शुरू कर दी।
निजी अस्पताल में हंगामा की खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों को अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन देकर किसी तरह मनाया और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही और अस्पताल में तोड़फोड़ दोनों ही मामलों की जांच की जा रही है और पूरे मामले में जो भी तथ्य आएंगे उनके हिसाब से विधिक़ कार्रवाई की जाएगी।