Israel-Hamas War: Sharad Pawar के बयान से गर्माई राजनीति, Gadkari-Fadnavis-Piyush Goyal ने मिलकर किया पलटवार

Israel-Hamas War:  Sharad Pawar के बयान से गर्माई राजनीति, Gadkari-Fadnavis-Piyush Goyal ने मिलकर किया पलटवार

तुष्टिकरण की राजनीति ने देश और समाज को भले नुकसान पहुँचाया हो मगर यह नेताओं और राजनीतिक दलों के लिए हमेशा फायदे का सौदा साबित हुई है। इजराइल पर हुए आतंकवादी हमले की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है लेकिन आतंकवाद के दशकों तक सबसे बड़े पीडित रहे भारत में कुछ राजनीतिक दल हमास की निंदा करने से कतरा रहे हैं और इस पूरे घटनाक्रम के लिए इजराइल को ही दोषी ठहरा रहे हैं। भारत में एक राजनीतिक पार्टी को लगता है कि इजराइल पर आतंकवादी हमला करने वाले हमास की निंदा करने से कहीं तेलंगाना विधानसभा चुनाव में एक वर्ग के वोट ना कट जायें तो किसी को लगता है कि हमास के साथ सहानुभूति दर्शा कर महाराष्ट्र में एक वर्ग के वोटों को अपने पक्ष में गोलबंद किया जा सकता है। हो सकता है कि ऐसी सोच रखने वाली पार्टियां अपने उद्देश्य में सफल भी हो जायें लेकिन इससे आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर होगी, इससे आतंकवाद से जूझ रहे मित्र देश इजराइल के लोगों के जख्म और गहरे होंगे, इससे आतंकवादी घटनाओं में मारे गये लोगों के परिजनों को निराशा होगी और इससे स्लीपर सैल में बैठे और सही समय का इंतजार कर रहे आतंकवादियों के हौसले भी बुलंद होंगे।

शरद पवार ने कहा क्या था?

जहां तक आतंकवाद पर हो रही राजनीति की बात है तो आपको बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संस्थापक शरद पवार के एक बयान पर बड़ा राजनीतिक हंगामा खड़ा हो गया है। बताया जा रहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने अपनी पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए फिलस्तीन के प्रति अपना समर्थन तो जताया ही साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से इजराइल का समर्थन कर उस भूमि के मूल स्वामियों का विरोध किया है। शरद पवार ने यह भी कहा था कि हमास-इजराइल युद्ध पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान विदेश मंत्रालय द्वारा व्यक्त किए गए विचार से अलग स्थिति बताते हैं। देखा जाये तो शरद पवार का बयान सीधे-सीधे इजराइल-हमास संघर्ष मुद्दे पर भारत के रुख के बारे में भ्रम फैलाता है और एक तरह से इजराइल पर हुए आतंकवादी हमले को सही ठहराता है। 

नितिन गडकरी का पलटवार

शरद पवार के इस बयान का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक साथ बड़ा हमला बोल दिया है। नितिन गडकरी ने पवार के बयान की निंदा करते हुए कहा है कि शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेताओं को यह समझना चाहिए कि राष्ट्रहित और राष्ट्रीय सुरक्षा से बढ़कर कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित और राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े विषयों को कभी भी राजनीतिक विचारों से प्रभावित नहीं होने देना चाहिए। इस पर आम सहमति होनी चाहिए। गडकरी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि स्थिति की गंभीरता को समझते हुए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत लगातार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ खड़ा रहा है। गडकरी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इजराइल में हुए आतंकी हमले की निंदा करना वैश्विक शांति और सुरक्षा के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

पीयूष गोयल का पवार पर हमला

दूसरी ओर, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी शरद पवार के बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि इस तरह की मानसिकता ठीक नहीं है। उन्होंने कहा है कि इसे रोकना होगा। पीयूष गोयल ने कहा कि शरद पवार को पहले देश के बारे में सोचना चाहिए। पीयूष गोयल ने एक्स पर लिखा, ये बहुत परेशान करने वाला है कि शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता इजराइल पर हुए आतंकी हमले पर भारत के रुख को लेकर बेतुके बयान देते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में आतंकवाद के खतरे की सभी रूपों में निंदा की जानी चाहिए। पीयूष गोयल ने कहा कि यह अफ़सोस की बात है कि वो व्यक्ति (शरद पवार) जो देश के रक्षा मंत्री और कई बार मुख्यमंत्री रहे हैं वो आतंक से जुड़े मामले में इतना अनौपचारिक दृष्टिकोण रखते हैं। पीयूष गोयल ने आगे कहा, शरद पवार उस सरकार में हिस्सा थे जिसने बटला हाउस एनकाउंटर को लेकर आंसू बहाए। भारतीय धरती पर हमला होने के दौरान सोते रहे। इस सड़ी हुई मानसिकता को रोकना होगा। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि शरद पवार कम से कम अब पहले राष्ट्र के बारे में सोचेंगे।

देवेंद्र फडणवीस भी पवार पर बरसे

वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्हें आतंकवाद की कड़ी निंदा करनी चाहिए और इजराइल-फलस्तीन मुद्दे पर बात करते समय वोट-बैंक की राजनीति से दूर रहना चाहिए। फडणवीस ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘शरद पवार जी से मेरा अनुरोध है कि वह वोट-बैंक की राजनीति के बारे में न सोचें, बल्कि आतंकवाद की कड़ी निंदा करें।’’ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘इजराइल-फलस्तीन विवाद पर भारत ने कभी अपना रुख नहीं बदला है। हालांकि, साथ ही, भारत किसी भी रूप में और किसी के भी खिलाफ आतंकवाद का लगातार विरोध करता रहा है और इसका कड़ा विरोध करता है।’’ फडणवीस ने कहा, ‘‘जब पूरी दुनिया ने इजराइल में निर्दोष लोगों की हत्या की निंदा की और भारत ने भी ऐसा ही किया, तो शरद पवार जी को भी आतंकवाद के खिलाफ उसी भाषा में बोलना चाहिए।’’

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