यरुशलम: इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने दावा किया है कि इजराइली सेना ने गाजा पट्टी में अल-अहली बैपटिस्ट अस्पताल पर हमला नहीं किया था और अस्पताल पर गिरने वाला रॉकेट इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन का था जो उनके द्वारा लॉन्चिंग के दौरान मिसफायर हो गया था.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इजरायली सेना ने मंगलवार को कहा है कि परिचालन और खुफिया प्रणालियों की अतिरिक्त समीक्षा के बाद, ‘यह स्पष्ट है कि आईडीएफ ने गाजा में अस्पताल पर हमला नहीं किया.’
‘गाजा में अस्तपाल के पास से रॉकेट दाग रहे थे आतंकी’
आईडीएफ द्वारा जारी एक छोटे से वीडियो में हगारी ने कहा, ‘मैं पुष्टि कर सकता हूं कि आईडीएफ ऑपरेशनल सिस्टम के विश्लेषण से संकेत मिलता है कि गाजा स्थित आतंकवादियों द्वारा रॉकेटों की बौछार की गई थी, जो गाजा में अल-अहली अस्पताल के करीब से गुजर रही थी.’ उन्होंने कहा, खुफिया जानकारी इस्लामिक जिहाद की ओर इशारा करती है, जो गाजा में अस्पताल पर हुए असफल रॉकेट प्रक्षेपण के लिए जिम्मेदार है.
द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, हमास और अधिकांश अरब देशों ने विस्फोट के लिए इज़राइल को दोषी ठहराया है. हमास आतंकवादी समूह ने कहा कि इसमें लगभग 500 लोग मारे गए. गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बाद में कहा कि 200 से 300 लोग मारे गए थे.
इजरायली सेना का कहना है कि गाजा स्थित आतंकवादी संगठन इजरायल की ओर अंधाधुंध रॉकेट दागते हैं और 7 अक्टूबर को युद्ध की शुरुआत के बाद से इजरायल की ओर छोड़े गए लगभग 450 रॉकेट गाजा के अंदर गिरे हैं, जिससे ‘गाजा के निवासियों के जीवन को संकट में डाला गया और नुकसान पहुंचाया गया.’
द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, निगरानी कैमरा फुटेज उस क्षण को दिखाता है जब गाजा पट्टी से लॉन्च किया गया रॉकेट विफल हो जाता है और फिलिस्तीनी क्षेत्र के अंदर विस्फोट हो जाता है. कई अन्य वीडियो भी यही दर्शाते हैं.
नेटिव हासारा से लिया गया एक वीडियो अल जज़ीरा द्वारा लिए गए फुटेज से मेल खाता प्रतीत होता है, जिसमें गाजा के अंदर एक रॉकेट मिसफायर लैंड होते हुए भी दिखाया गया है. फ़िलिस्तीनी मीडिया आउटलेट्स द्वारा प्रकाशित एक अन्य वीडियो में अहली अरब अस्पताल में विस्फोट दिखाया गया है.