Israel-Hamas War: इजरायल-हमास जंग लगातार 11 दिन से जारी है. लगातार बमबारी से स्कूलों और अस्पतालों में व्यापक विनाश हुआ है. हर जगह अफरा-तफरी मची हुई है. गाजा में इजरायली हवाई हमलों से नष्ट हुई इमारतों के मलबे में 1,000 से अधिक फिलिस्तीनियों के शव दबे हुए हैं. तस्वीरों में देखिए गाजा पहले कैसा दिखाई देता था, अब यहां सिर्फ धुआं और खंडहर इमारतें बची हैं
इजरायल द्वारा गाजा पर 11 दिनों तक लगातार बमबारी से स्कूलों और अस्पतालों में व्यापक विनाश हुआ है. हर जगह अफरा-तफरी मची हुई है. तस्वीरों में देखिए गाजा पहले कैसा दिखाई देता था, अब यहां सिर्फ धुआं और खंडहर इमारतें बची हैं.
इजरायल के हमले के बाद लगभग 10 लाख लोग विस्थापित हुए हैं. एजेंसियों ने यहां चिकित्सा आपूर्ति की विनाशकारी कमी की चेतावनी दी है. इजरायल ने यहां पानी, बिजली और ईंधन की आपूर्ति बंद कर दी है, जिससे 23 लाख लोग फंस गए हैं.
गाजा में कई अस्पतालों पर भी बमबारी हुई है, जिससे घायलों का इलाज करना संभव नहीं माना जा रहा है. वर्तमान में गाजा में 50,000 गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंचने में असमर्थ हैं.
किसान अपनी भूमि पर कोई फसल नहीं उगा सकते. बिजली कटौती का मतलब है कि वे अपनी फसलों को बचाने के लिए आवश्यक सिंचाई, मशीनरी का उपयोग नहीं कर सकते हैं. इजरायल के इस कदम से गाजा में भुखमरी बढ़ गई है.
फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के साथ काम करने वाले 13,000 कर्मचारी खौफ में हैं. उन्होंने गाजा पट्टी में मौजूदा हालात को नरक बताया है. हमास सरकार का कहना है कि गाजा में इजरायली हवाई हमलों से नष्ट हुई इमारतों के मलबे में 1,000 से अधिक फिलिस्तीनियों के शव दबे हुए हैं.