नई दिल्ली: वर्ल्डकप 2023 (World Cup 2023) में चिर प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ (India Vs Pakistan) करारी हार के बाद पाकिस्तानी टीम, आलोचकों के निशाने पर है. मैच में एक समय अच्छी स्थिति में नजर आने के बाद बाबर आजम की टीम ने जिस तरह 36 रनों के स्कोर पर आठ विकेट गंवाए, उसे लेकर सबसे अधिक नाराजगी है. आलोचकों का मानना है कि कई प्लेयर्स लंबे समय से खराब प्रदर्शन कर रह हैं लेकिन इसके बावजूद इन्हें ‘ढोया’ जा रहा है. कप्तान बाबर (Babar Azam)की नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. हार के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब टीम के कोच मिकी आर्थर (Mickey Arthur) ने बेवजह के तर्क दिए तो यह गुस्सा और भी फूट पड़ा.
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम (Wasim Akram)ने तो दो टूक लहजे में कहा कि आर्थर बेवजह के बयान से ध्यान न भटकाएं, वे साफ बताएं कि भारत के खिलाफ मैच को लेकर उनकी रणनीति/योजना क्या थी?
दरअसल, भारत के खिलाफ मैच में पाकिस्तान की 7 विकेट की हार के बाद कोच आर्थर ने कहा था कि अहमदाबाद में भारत vs पाकिस्तान का यह मैच आईसीसी की इवेंट के बजाय द्विपक्षीय सीरीज की तरह नजर आ रहा था.कोच ने कहा था कि उन्हें स्टेयियम में ‘दिल-दिल पाकिस्तान’ के नारे सुनाई नहीं दिए. कोच का आशय भारत-पाक के इस अहम मैच के लिए पर्याप्त संख्या में पाकिस्तान समर्थकों की भारत की ओर से वीजा ने दिए जाने से था. उनका मानना था कि मैच में बाबर ब्रिगेड की हौसला अफजाई के लिए समर्थक मैदान पर मौजूद ही नहीं थे.
आर्थर के इस बयान पर वसीम अकरम बिफर पड़े. पाकिस्तानी चैनल ए स्पोर्ट्स से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कोच, इस मैच के लिए पाकिस्तान टीम की रणनीति पर बात करने के बजाय ऐसे बयान देकर लोगों का ध्यान भटका रहे हैं. बाएं हाथ के इस महान तेज गेंदबाज ने कहा, ‘आप हमें ये बताओ कि आप लोगों का प्लान क्या था. कुलदीप यादव को कैसे खेलना है…हम यह सुनना चाहते हैं, यह फिजूल की बातें नहीं. आप ऐसी बातों से ध्यान नहीं भटका सकते.
वसीम अकरम के साथ ही पाकिस्तान के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके मोईन खान (Moin Khan) भी अकरम की बात से सहमत दिखे.मोईन ने भी कहा कि आर्थर केवल ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं.पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर ने कहा, ‘आप ध्यान भटका रहे हैं. कई लोगों के दिल टूटे हैं और आप उन्हें भावनात्मक बना रहे हैं. मुझे लगता है कि उन्हें इस बारे में बात करना चाहिए कि एक पेशेवर के तौर पर उनका काम क्या है. कोच के तौर पर वे इस तरह की बातें न करनी चाहिए.’