पेरिस: फ्रांस के अरास शहर के एक स्कूल में शुक्रवार को एक टीचर की चाकू मारकर हत्या कर दी गई, वहीं 3 अन्य के घायल होने की खबर है. जिसके बाद से शहर के सभी स्कूलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. बताया जा रहा है कि हत्या के बाद हमलावर ने अल्लाहू अकबर के नारे भी लगाए थे. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने हमले की निंदा करते हुए इसे बर्बर इस्लामी आतंकवाद का रूप बताया और घटनास्थल पर जाकर मृत टीचर डोमिनिक बर्नार्ड को श्रद्धांजलि अर्पित की.
यह हमला लीसी गैम्बेटा हाई स्कूल में हुआ. पुलिस ने स्कूल के पास से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया, जिसकी पहचान मोहम्मद एम के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक वह इसी स्कूल का पूर्व छात्र रह चुका है. इसके अलावा पुलिस ने हमलावरों के एक भाई को भी हिरासत में लिया. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एंटी-टेररिज्म ग्रुप के कार्यालयों को सौंपी गई है. सूत्रों के मुताबिक, हमलावर का एक बड़ा भाई इस्लामी आतंकवादी नेटवर्क से जुड़ा था और कई आरोपों में जेल की सजा काट रहा था.
इस घटना पर राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा, “एक बार फिर एक स्कूल इस्लामिक आतंकवाद की बर्बरता की चपेट में आ गया. हमले के दौरान छात्र घंटों तक अपनी कक्षाओं में रहे.” शिक्षा मंत्री गेब्रियल अटाल ने कहा कि “पूरे फ्रांस के स्कूलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.”
बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में फ्रांस को सिलसिलेवार तरीके से इस्लामी हमलों का निशाना बनाया गया है, जिनमें से सबसे बुरा नवंबर 2015 रहा. इस साल पेरिस में कई मनोरंजन स्थलों और कैफे को हमलावरों ने निशाना बनाया था. 2020 में सैमुअल पैटी नाम के एक टीचर की सिर काटकर हत्या कर दी थी, इस हमले के पीछे भी एक इस्लामी कट्टरपंथी का हाथ था, जो पैगंबर मोहम्मद का मजाक उड़ाने पर पैटी से बदला लेना चाहता था.