राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद से टिकट से वंचित कई नेताओं के समर्थकों का जयपुर में भाजपा कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन चार दिनों से जारी है। पार्टी ने सोमवार को 41 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, जिसके बाद टिकट से वंचित कई नेताओं के समर्थकों का विरोध शुरू हो गया।
जयपुर, विद्याधर नगर, बानसूर, बामनवास में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय के बाहर एकत्रित होकर पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची में अपने अपने नेताओं को टिकट नहीं दिये जाने पर नाराजगी जताई और उनके लिए टिकट की मांग की।
पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं को प्रदर्शनकारियों को शांत करने और उनकी चिंताओं को दूर करने का काम सौंपा है। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ शुक्रवार को पार्टी कार्यालय पर प्रदर्शनकारियों से बातचीत में व्यवस्त रहे। उन्होंने उनकी शिकायतों को ध्यान से सुना और आश्वासन दिया कि वह कार्यकर्ताओं की मांगों और भावनाओं को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे। टोंक के देवली-उनियारा में भाजपाइयों का विरोध कम नहीं हो रहा है।
पार्टी प्रत्याशी विजय बैंसला के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहा और कार्यकर्ता स्थानीय और सर्वेक्षण आंकड़ों के आधार पर टिकट आवंटन और जिताऊ उम्मीदवार की वकालत कर रहे हैं। विजय बैंसला के विरोध में सैकड़ों कार्यकर्ता उनियारा बस स्टैंड पर एकत्र हुए, नारेबाजी की और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के नाम पार्टी की स्थानीय इकाई को ज्ञापन सौंपा।
बढ़ती नाराजगी के बाद पार्टी ने स्थिति को संभालने के लिए असंतुष्ट नेताओं से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की अध्यक्षता में एक पैनल का गठन किया था। हालांकि, विरोध प्रदर्शन जारी है। सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में 25 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।