नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में लगातार दूसरी हार का सामना किया. गुरुवार 12 अक्टूबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में कंगारू टीम को वर्ल्ड कप इतिहास की सबसे बड़ी हार मिली. साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 311 रन बनाए थे. जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 40.5 ओवर में 177 रन पर ही ढेर हो गई.
आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की टीम का आगाज लगातार दो हार के साथ हुआ. पहले मैच में भारतीय टीम ने 6 विकेट से हराया और दूसरे मैच में साउथ अफ्रीका ने 134 रन से पीटा. इस हार में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टॉप क्लास प्रदर्शन करने वाले तीन साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों का हाथ रहा. एक धुरंधर ने तो शुरुआत में आकर ऐसा खेल दिखाया जिसके बाद कंगारू टीम संभल ही नहीं पाई. कमाल की बात यह है कि वह टूर्नामेंट के बाद संन्यास लेने वाले हैं.
क्विंटन डि कॉक ने बिगाड़ा खेल
साउथ अफ्रीका के दिग्गज ओपनर क्विंटन डि कॉक अपना आखिरी विश्व कप खेलने उतरे हैं. इस बात की घोषणा उन्होंने विश्व कप टीम के चुने जाने के बाद की थी. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 106 गेंद पर 8 चौके और 5 छक्के से सजी 109 रन की पारी ने साउथ अफ्रीका को मुकाबले में आगे कर दिया. यह पारी ऑस्ट्रेलिया के इस मैच में हार की बड़ी वजह बनी
एडन मारक्रम का आक्रमण
क्विंटन डि कॉक के बाद ऑस्ट्रेलिया को सबसे ज्यादा एडन मारक्रम ने पीटा. वर्ल्ड कप का आगाज सबसे तेज शतक से करने वाले इस बैटर ने 44 गेंद पर 7 चौके और 1 छक्के की मदद से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 56 रन की पारी खेली.
कगीसो रबादा की घातक गेंदबाजी
ऑस्ट्रेलिया की टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ 312 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी. साउथ अफ्रीका के अनुभवी तेज गेंदबाज कगीसो रबादा ने शुरुआत में ही उनके बल्लेबाजी की कमर तोड़ डाली. टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाजी स्टीव स्मिथ को 19 रन पर आउट किया. इसके अलावा जोश इगलिश को 5 रन पर क्लीन बोल्ड कर वापस भेजा. मार्कस स्टोइनिस का विकेट भी इसी गेंदबाज ने झटका