तिरुवनंतपुरम : केरल में एशियाई खेलों (Asian Games) के पदक विजेताओं को मान्यता न मिलने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए हॉकी स्वर्ण पदक विजेता पी.आर. श्रीजेश ने कहा कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस देश का गौरव बढ़ाने के लिए उन्हें बधाई देने के लिए उनके घर गए, लेकिन उनके राज्य से किसी ने भी उनका स्वागत नहीं किया.
चीन में एशियाई खेलों के हॉकी फाइनल में जब भारत ने जापान को 5-1 से हराया तो गोलकीपर श्रीजेश ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. हालांकि, उन्हें उनके राज्य से थोड़ी नाराजगी है.
श्रीजेश ने कहा, “मुझे खुशी है कि बंगाल के राज्यपाल आए और मुझे मेरी उपलब्धि पर बधाई दी, लेकिन केरल के किसी भी व्यक्ति- यहां तक कि ग्राम परिषद के सदस्य ने भी ऐसा नहीं किया. आने वाली पीढ़ी के लिए एक गलत संदेश जा रहा है कि भले ही कोई जीत स्वर्ण पदक जीते, यहां कोई इसकी सराहना नहीं करता.
श्रीजेश ने कहा कि,”मुझे पता चला कि हरियाणा सरकार ने स्वर्ण पदक विजेताओं के लिए तीन करोड़ रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है. जब ओडिशा से मेरी टीम के साथी ने जाकर अपने मुख्यमंत्री से मुलाकात की, तो उन्हें 1.5 करोड़ रुपये का चेक दिया गया.”
उनकी नाराजगी शटलर एच.एस. प्रणय, ट्रिपल जम्पर एल्डहोस पॉल, अब्दुल्ला अबुबकर द्वारा व्यक्त की गई इसी तरह की पीड़ा के ठीक बाद आई है, जिन्होंने घोषणा की है कि वे राज्य छोड़ रहे हैं क्योंकि पिनाराई विजयन सरकार से कोई समर्थन या प्रेरणा नहीं मिल रही है.