नई दिल्ली: पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप में जीत से आगाज किया. ओपनिंग मैच में बाबर आजम की अगुआई वाली पाकिस्तान टीम ने नीदरलैंड्स को 81 रन से हराया. पाकिस्तान की जीत इस मायने में तो खास रही कि उसने पहली बार विश्व कप में भारत की धरती पर कोई मैच जीता है. लेकिन, पाकिस्तान टीम इस जीत का जश्न बहुत ज्यादा नहीं मना सकती है क्योंकि इसमें इस मैच में उसकी कई कमजोरियों खुलकर सामने आईं और विरोधी टीमों की उस पर नजर होगी.
पाकिस्तान ने नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच में पहले बैटिंग करते हुए 49 ओवर में 286 रन बनाए थे. मोहम्मद रिजवान और सऊद शकील ने 68-68 रन की पारी खेली थी. दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 120 रन की पार्टनरशिप हुई थी. इसके बाद में नीदरलैंड्स की टीम 41 ओवर में 205 रन पर ऑल आउट हो गई थी. लेकिन पाकिस्तान को ये जीत आसानी से नहीं मिली थी. पाकिस्तान का टॉप ऑर्डर नाकाम रहा था. इसके अलावा भी कई कमियां ऐसी दिखीं, जिसे पाकिस्तान को समय रहते दूर करना होगा.
बाबर आजम का बुरा हाल
नीदरलैंड्स के खिलाफ पाकिस्तान की शुरुआत बेहद खराब रही थी. बाबर आजम को चौथे ओवर में ही बैटिंग के लिए आना पड़ा था क्योंकि फखर जमां एक बार फिर पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे थे. हालांकि, बाबर भी भारत की धरती पर विश्व कप की पहली पारी में फ्लॉप ही साबित हुए. नीदरलैंड्स के दोनों ऑफ स्पिनर ने बाबर आजम को काफी परेशान किया. वैसे भी टर्निंग ट्रैक पर बाबर को खेलने में परेशानी होती है और आर्यन दत्त के साथ कॉलिन एकरमैन ने इसका पूरा फायदा उठाया और बाबर को रन बनाने का मौका ही नहीं दिया. इसी वजह से वो दबाव में नजर थे और एक गेंद पर पुल शॉट खेलने के चक्कर में तीस यार्ड के घेरे में ही कैच आउट हो गए.
बाबर ऑफ स्पिन गेंदबाजों के आगे अक्सर संघर्ष करते हैं और विकेट धीमा हो और गेंद घूम रही तो फिर उनके लिए क्रीज पर टिकना और रन बनाना मुश्किल हो जाता है और नीदरलैंड्स के खिलाफ ऐसा ही हुआ है. अब विरोधी टीमों की भी इस पर नजर होगी.
ओपनर पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत नहीं दिला पाए
इस वक्त सलामी जोड़ी पाकिस्तान की सबसे कमजोर कड़ी साबित हो रही है. नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच में भी पाकिस्तान के दोनों ओपनर इमाम उल हक और फखर जमां पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत नहीं दिला पाए. फखऱ जमां 12 और इमाम उल हक 15 रन बनाकर आउट हो गए थे. पाकिस्तान को अगर विश्व कप जीतना है तो सलामी जोड़ी का चलना जरूरी है. क्योंकि ओपनर के नहीं चलने की सूरत में बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान पर अतिरिक्त दबाव आ जाता है और नीदरलैंड्स के खिलाफ भी यही हुआ था और विरोधी टीमें भी पाकिस्तान की इसी कमजोरी पर वार करेंगी.
पाकिस्तान की फील्डिंग काफी खराब
पाकिस्तान की फील्डिंग पर अक्सर सवाल उठते हैं. नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच में भी पाकिस्तान की ग्राउंड फील्डिंग और कैचिंग अच्छी नहीं रही. नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच में इफ्तिखार अहमद ने स्लिप में कैच ड्रॉप कर दिया था. नीदरलैंड्स जैसी कमजोर टीम के खिलाफ पाकिस्तान को इसका बहुत ज्यादा नुकसान तो नहीं हुआ लेकिन ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ ऐसी गलती पाकिस्तान की उम्मीदों पर पानी फेरने के लिए काफी होगी.