Manipur Violence: मणिपुर में एक बार फिर से हालात बिगड़ गए हैं. इंटरनेट सर्विस पर 5 दिन के लिए बैन लगा दिया गया है. 11 अक्टूबर तक राज्य में इंटरनेट सर्विस बंद रहेगी. राज्य सरकार ने आदेश जारी कर इसकी जानकारी दी है. इसके मुताबिक 11 अक्टूबर शाम 7 बजकर 45 मिनट कर इंटरनेट पर पाबंदी रहेगी. बता दें कि पिछले करीब छह महीनों से मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है. बीच में माहौल थोड़ा शांत हुआ था लेकिन बीते कुछ दिनों से यहां फिर से हालात बिगड़ गए हैं. राज्य में अभी भी हिंसक घटनाएं रिपोर्ट की जा रहीं हैं.
बता दें कि जातीय समुदाय को लेकर भड़की हिंसा की आग धधक ही रही थी कि बीते दिनों दो छात्रों की हत्या कर दी गई. इसके बाद मणिपुर में हालात फिर से बेकाबू हो गए. दरअसल, पहले ये दोनों लापता हुए थे फिर इनके शव बरामद हुए. इसके बाद से यहां की स्थिति और खराब हो गई है. मणिपुर में तीन मई को भड़की हिंसा के बाद से अब तक 180 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं.
दो स्टूडेंट्स की मौत के बाद फिर बिगड़े हालात
बता दें कि दो स्टूडेंट्स की मौत के बाद मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई. 20 साल के फिजाम हेमनजीत और 17 साल की हिजाम लिनथोइनगांबी का अपहरण कर लिया गया था. 6 जुलाई को दोनों लापता हो गए थे. 25 सितंबर को उनके शवों की तस्वीरें सामने आईं. इसके बाद मणिपुर में जबरदस्त हिंसक प्रदर्शन हुए. इसके बाद से यहां हालात और खराब हो गए हैं. मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. सीबीआई इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
पिछले 6 महीने से जारी है हिंसा
मणिपुर में एसटी का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को जातीय हिंसा भड़क गई थी. हिंसा की घटनाओं में अब तक 180 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. बता दें कि मणिपुर की आबादी में मैतेई समुदाय के लोगों की जनसंख्या लगभग 53 फीसदी है. मैतेई समुदाय के लोग ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी आदिवासियों की आबादी करीब 40 फीसदी है और वे ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं.