Sikkim Flood: सिक्किम से खतरा अभी टला नहीं है बल्कि इलाके में एक दूसरी झील के फटने का खतरा मंडरा रहा है. ल्होनक झील टूटने का अंजाम सबके सामने है. सिक्किम में चारों तरफ तबाही का मंजर है. घर बर्बाद हो चुके हैं, लोग बह गए हैं. अब मंगन जिले में शाको चो झील के भी फटने का डर सता रहा है. इसके लिए भी अलर्ट जारी किया गया है.
सिक्किम पर नए खतरे का अलर्ट
सिक्किम एक बार फिर भयंकर तबाही का सामना कर सकता है. फ्लैश फ्लड फिर इलाके में तबाही ला सकती है क्योंकि ल्होनक झील के बाद मंगन जिले में लाचेन के पास शाको चो झील के फटने का भी खतरा मंडरा रहा है. खतरे को देखते हुए झील के किनारे का इलाका खाली कराया जा रहा है. ये झील थांगु गांव के ऊपर है. यहां तक जाने का रास्ता बाढ़ में बह चुका है.
इन इलाकों पर मंडरा रहा खतरा
गंगटोक जिले का सिंगतम
मंगन जिले का डिक्चू
पाक्योंग जिले का रंगपो और गोलितर
रास्ते को सही करने में जुटे BRO के जवान
बीआरओ के जवान जल्द से जल्द रास्तों को सही कर लोगों को निकालने में जुटे हैं. बीआरओ के अधिकारियों ने बताया कि सैटेलाइट डेटा से पता चला है कि शाको चो झील के ऊपर ग्लेशियर के तापमान में असामान्य बढ़ोती हो रही है. अगर ये जारी रही तो झील कभी भी फट सकती है. अचानक पानी आने से झील फटेगी तो इससे लोगों को नुकसान पहुंच सकता है. लिहाजा पहले ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
16000 फीट की ऊंचाई पर फंसे थे 68 लोग
बता दें कि बाढ़ के कारण 68 लोग 16000 फीट की ऊंचाई पर फंसे हुए थे. आईटीबीपी बचाव दल ने बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और सभी 68 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला.
अब तक 26 लोगों की मौत
सिक्किम में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, 142 लोग अब भी लापता हैं जबकि 2413 लोगों को बचा लिया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है.