आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र के देवरी रोड स्थित सेंट जोसिफ वर्ल्ड स्कूल में बुधवार रात को डकैती की वारदात में पुलिस की बाजीगरी सामने आई है। पुलिस ने डकैती की घटना को लूट की धारा में बदलते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ितों को पुलिस ने ये आश्वासन दिया है कि लूट में मुकदमा दर्ज होने से कोई फर्क नहीं पडे़गा। सभी बदमाश पकडे़ जाएंगे और उन पर डकैती की धारा में ही कार्रवाई होगी।
देवरी रोड स्थित पट्टी पंचगाई के पास सेंट जोसिफ वर्ल्ड स्कूल में बुधवार रात को करीब 8 से 10 बदमाशों ने धावा बोल दिया था। स्कूल संचालक जय सिंह की बहन रजनी और उनके पति नवीन सिंह को बंधक बनाकर करीब चार घंटे तक लूटपाट की थी। पीड़ितों ने पुलिस के पूरी कहानी बताई थी कि नकाबपोश बदमाशों की संख्या 10 थी। मगर, जब पीड़ित पक्ष थाने में अपनी तहरीर लेकर पहुंचा तो पुलिस ने तहरीर को बदलाव दिया।
बताया गया है कि पुलिस ने कहा कि इसमें बदमाशों की संख्या 4 कर दो, बाकी तहरीर में जो लिखा है, उसे वैसे ही रहने दो। पीड़ित पक्ष ने कहा भी कि बदमाश 4 से ज्यादा थे। इस पर कहा गया कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। कार्रवाई वैसे ही होगी। सभी बदमाश पकडे़ जाएंगे। पुलिस के कहने पर पीड़ित ने तहरीर बदल दी।
डकैती को छिपाने के लिए लूट
पुलिस ने डकैती को छिपाने के लिए लूट की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। इसके पीछे कारण है कि डकैती की धारा में दर्ज मुकदमे की समीक्षा लखनऊ स्तर से होती है। ऐसे में अधिकारियों की नजर में बड़ी घटना को छिपाने के लिए पुलिस लूट की धारा में मुकदमा दर्ज करती है। बाद में जब आरोपी पकडे़ जाते हैं तो मुकदमे में डकैती की धारा बढ़ा दी जाती है। पूर्व में भी ऐसा हो चुका है।
चारपाई पर बांधकर डाल दिया था
पीड़ित नवीन ने बताया था कि वो और उनकी पत्नी अलग-अलग कमरे में सोए हुए थे। रात में करीब 10 लोग स्कूल में कूदकर आए थे। चार बदमाशों ने उन्हें चारपाई पर घेर लिया। चारपाई से पर उनके हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद मुंह भी कपडे़ से बांध दिया। एक बदमाश हाथ में तमंचा लिए था। बाकी के हाथ में सब्बल थी। सब्बल से उनके पैर पर प्रहार किया। चीखने-चिल्लाने पर जान से मारने की धमकी दी। उन्हें बांधने के बाद तमंचा लिए बदमाश उनके पास बैठ गया। बाकी के बदमाश ऊपर चले गए। वहां उनकी पत्नी और 6 साल की बेटी थी। बदमाशों ने पत्नी को भी बांध कर डाल दिया।
बेटी ने खोले हाथ पैर
नवीन ने बताया कि बदमाशों ने करीब चार घंटे तक लूटपाट की। वैन में सामान भरकर ले गए। उन्होंने धमकी दी कि अगर किसी से कुछ कहा तो ठीक नही होगा। बदमाशों ने उनकी बेटी के हाथ पैर नहीं बांधे थे। बेटी ने रोते हुए उनके पास आई। बेटी ने ही उनके हाथ-पैर खोले थे। फिर उन्होंने अपनी पत्नी को बंधन मुक्त किया। इसके बाद उन्होंने स्कूल संचालक को फोन कर पूरी घटना बताई। वो काफी दहशत में थे। स्कूल संचालक ने पुलिस को बुलाया।