गन्ना भुगतान को लेकर किसान आंदोलन तेज हो गया है। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक ) हरिनाम सिंह गुट ने जल्द ही गन्ना किसानों का भुगतान तेज करने की मांग उठाई है। खासकर बजाज ग्रुप के शुगर मिल के भुगतान को लेकर संगठन की तरफ से पत्र जारी किया गया है। इसमें बजाज ग्रुप को पत्र लिखकर किसानों का पैसा तत्काल देने की मांग की गई है।
संगठन की तरफ से चेतावनी दी गई है कि जल्द ही भुगतान नहीं किया गया तो गोमती नगर स्थित बजाज के कार्यालय में काम नहीं चलने दिया जाएगा। हरिनाम सिंह ने बताया कि सरकार ने वादा किया था कि शुगर मिलों के शुरू होने से पहले किसानों का 100 फीसदी गन्ना भुगतान कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। ऐसे में किसान को आंदोलन के लिए विवश किया जा रहा है। उ
किसानों ने कहा कि भुगतान होने से पहले बजाज भवन का ताला नहीं खुलने दिया जाएगा। ऐसे में पूरी जिम्मेदारी बजाज समूह और शासन के आला अधिकारियों की होगी।
इन मिलों पर सबसे ज्यादा बकाया
गांगनौली सहारनपुर, बुढ़ाना मुजफ्फर नगर, थाना भवन शामली, बिलाई बिजनौर, बरखेड़ा पीलीभीत, रमकसूदमपुर शाहजहांपुर, कुदंरकी गोंडा, रूदाली बस्ती, बलरामपुर, गोला लखीमपुर, पलिया लखीमपुर, खंभारखेड़ा खलीमपुर पर गन्ना के बकाया है। बताया जा रहा है कि इन मिलो को मिलाकर करीब 2500 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया है।
जाने किस मिल पर कितना बकाया
मिल का नाम बकाया
गांगनौली सहारनपुर 153 करोड़ रुपए
बुढ़ाना मुजफ्फर नगर 181 करोड़ रुपए
थाना भवन शामली 206 करोड़ रुपए
बिलाई बिजनौर 170 करोड़ रुपए
बरखेड़ा पीलीभीत 186 करोड़ रुपए
रमकसूदमपुर शाहजहांपुर 145 करोड़ रुपए
कुदंरकी गोंडा 150 करोड़ रुपए
रूदाली बस्ती 56 करोड़ रुपए
बलरामपुर 68 करोड़ रुपए
गोला लखीमपुर 330 करोड़ रुपए
पलिया लखीमपुर 290 करोड़ रुपए
खंभारखेड़ा 192 करोड़ रुपए
किनोनी शामली 300करोड़ रुपए