उत्तर प्रदेश में हिंसा की बड़ी वजह रहे जमीनी विवादों को लेकर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्ती दिखा रहे हैं. हर समीक्षा मीटिंग में वह अफसरों को फटकार भी लगा रहे हैं. बावजूद इसके कोई असर होता नजर नहीं आ रहा. इसी तरह के विवाद में देवरिया में छह लोगों की निर्मम हत्या के बाद नया मामला फिरोजाबाद से आया है. यहां भी एक बुजुर्ग की हत्या जमीनी विवाद में हुई है. इस विवाद में कुछ पुलिस वाले भी घायल हुए हैं.
ऐसे हालात में अब सवाल उठने लगे हैं कि सीएम की समीक्षा बैठक का कोई असर जमीन पर भी हो रहा है या नहीं. यह स्थिति इस लिए भी पैदा हुई है कि प्रदेश में एक बार फिर से अपराधियों के हौंसले बुलन्द होने लगे हैं. बता दें कि पिछले महीने ही सीएम योगी ने प्रदेश के कानून व्यवस्था की ऐतिहासिक समीक्षा बैठक की थी. इसे ऐतिहासिक इसलिए भी कहा जा रहा है कि पहली बार किसी सीएम की समीक्षा बैठक में सूबे के सभी थानेदार से लेकर डीजीपी तक शामिल हुए थे.
इस बैठक में सीएम ने दो टूक कहा था कि अपराधियों से सख्ती बरतने में कोताही ना हो. भूमि विवाद में राजस्व और पुलिस मिलकर काम करे. बैठक में कई अधिकारियों को फटकार भी लगी. बावजूद इसके कुछ दिनों के अंदर ही देवरिया में छह लोगों की हत्या हो गई. अभी यह यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ कि फिरोजाबाद में मर्डर हो गया. इस मामले में तो पुलिस के सामने ही अपराधियों ने कई राउंड फायरिंग की थी. यही नहीं, कई गाड़ियों में आग भी लगा दी गई. ग्रामीणों का मानना है कि यदि पुलिस ने उसी समय सख्ती दिखाई होती तो फतेहपुर गांव की घटना रोकी जा सकती थी.
बता दें कि बीते कुछ दिनों के अंदर ही रायबरेली, आज़मगढ़ सहित कई जिलों में भूमि संबंधी विवाद में हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं. इन्हीं घटनाओं को देखते हुए सीएम योगी ने बस्ती जिले में अफसरों को चेतावनी भी दी थी कि जहां इस तरह की घटना होगी, वहां के अफसर नपेंगे. ठीक उसी दिन उनके शहर गोरखपुर में एक महिला ने आरोप लगाया कि एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश पांच लाख रुपये की रंगदारी मांग रहा है. वहीं अब फिरोजाबाद में जमीनी विवाद में ही एक बुजुर्ग पर पुलिस की मौजूदगी में ट्रैक्टर चलाकर उसकी हत्या कर दी गई है.