नई दिल्ली: पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों और पाकिस्तान फौज पर आधिकारिक बयान जारी कर गंभीर आरोप लगाया है. लश्कर-ए-इस्लाम ने कहा कि उसके आतंकवादियों को पाकिस्तानी फौज फर्जी मुठभेड़ में मार रही है. इस आतंकवादी संगठन ने बाकायदा अपने अधिकारिक बयान के साथ उन दो आतंकवादियों के फोटो भी जारी किए हैं जिन्हें पाकिस्तानी फौज के इशारे पर फर्जी मुठभेड़ में मारा गया है. पिछले कुछ महीनों के दौरान विभिन्न आतंकवादी संगठनों के आधा दर्जन से ज्यादा आतंकवादी मारे गए हैं.
कुख्यात आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े इस आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम पाकिस्तान के प्रवक्ता सलाहुद्दीन अय्यूब ने आधिकारिक तौर पर यह बयान जारी किया है. इस बयान में कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों और सेना फर्जी मुठभेड़ और गिरफ्तारियां कर रही है. पाकिस्तान की गुप्तचर सेवा जिसे अपने दुश्मन को युद्ध के मैदान में मारना होता है वह पहले हमारे मुजाहिदों को फर्जी तरीके से गिरफ्तार कर रही है और उसके बाद जेल से निकालकर उन्हें शहीद कर रही है. आतंकवादी संगठन के इस बयान में कहा गया है कि एक बार फिर हमारे दो साथी मोहम्मद अयाज पुत्र इब्राहिम और पान बत्ती पुत्र ताला खान पाकिस्तानी फौज के षड्यंत्र के तहत शहीद हो गए. संगठन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि याद रखें कि 1 महीने पहले हमारे इन दो साथियों को कथित तौर पर जेल में डाला गया था.
इस बयान के बाद पाक में मची खलबली
आतंकवादी संगठन द्वारा जारी इस आधिकारिक बयान के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है. क्योंकि पिछले कुछ महीनों के दौरान पाकिस्तान में अनेक आतंकवादियों की अलग-अलग तरीके से हत्या हुई है. दिलचस्प है कि इनमें से अनेक आतंकवादी अपना नाम बदलकर अलग-अलग जगह पर रह रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उन लोगों की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. इनमें एक नाम एयर इंडिया के विमान आईसी 814 को हाईजैक करने वाले आतंकवादी जहूर मिस्त्री उर्फ जाहिद का भी है जो पाकिस्तान के कराची इलाके में व्यापारी बनकर रह रहा था. साथ ही उसने अपना नाम भी बदला हुआ था, लेकिन इसके बावजूद उसकी हत्या कर दी गई.
इसके अलावा आतंकवादी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स के परमजीत सिंह पंजवड की भी लाहौर के जौहर कश्मीर की सनफ्लावर सोसाइटी में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पंजवड भी अपना नाम बदलकर मलिक सरदार सिंह के नाम से रह रहा था.
लश्कर-ए- तैयबा का हिस्सा है लश्कर-ए-इस्लाम
लश्कर-ए-इस्लाम नाम का यह आतंकवादी संगठन कुख्यात आतंकवादी संगठन लश्कर-ए- तैयबा का ही अंग है. स्वयं को अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचने के लिए पाकिस्तान समय-समय पर पुराने आतंकवादी संगठनों के आतंकवादियों को नाम बदलकर बनाए गए दूसरे आतंकवादी संगठनों में भेजता रहता है और दुनिया के सामने बताता है कि अब फलां आतंकवादी संगठन उसके देश में सक्रिय नहीं है. जबकि सच्चाई यह होती है कि आतंकवादी संगठन लगातार भारत समेत अन्य जगहों पर आतंकवादी वारदात करता रहता है.
फिलहाल पाकिस्तान द्वारा पाले गए आतंकवादी संगठन द्वारा जारी किए गए इस बयान के बाद साफ तौर पर लगता है कि पाकिस्तान में खालिस्तान और लश्कर समेत अन्य संगठनों की आतंकवादियों की हत्याओं के पीछे पाकिस्तान की फौज और खुफिया एजेंसी काम कर रही है.