नई दिल्ली: वर्ल्डकप 2023 (World cup 2023) का आगाज गुरुवार, 5 अक्टूबर को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के मैच के साथ होगा. रोहित शर्मा की टीम इंडिया को इस बार खिताब का मजबूत दावेदार माना जा रहा है. भारत इससे पहले दो बार वर्ल्ड चैंपियन बन चुका है. कपिल देव (Kapil Dev) की अगुवाई में टीम इंडिया ने सबसे पहले वर्ष 1983 में वर्ल्डकप जीता था. भारत की इस ‘विशाल जीत’ ने देश के खेलों की दशा-दिशा बदलने में अहम भूमिका निभाई थी. कपिल के जांबाजों की इस कामयाबी को वर्ष 2011 में एमएस धोनी के धुरंधरों ने दोहराया था. टीम इंडिया यदि इस बार चैंपियन बनने में सफल रही तो यह उसकी तीसरी वर्ल्डकप (वनडे) जीत होगी.
वर्ष 1983 (World cup 1983) के बाद से अब तक 9 वर्ल्डकप आयोजित हो चुके हैं लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस वर्ल्डकप में बने दो पार्टनरशिप रिकॉर्ड अब तक नहीं टूट सके हैं. इसमें से एक रिकॉर्ड तो महान कपिल देव (Kapil Dev) के नाम पर है जिन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 175 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी. टीम इंडिया को वर्ल्डकप दिलाने में इस पारी का अहम योगदान रहा था. मैच में भारतीय टीम के 17 रन पर 5 विकेट गिर चुके थे लेकिन कपिल देव के नाबाद 175 रन की मदद से टीम न केवल 266 रन बनाने बल्कि जिम्बाब्वे को 31 रन से हराने में सफल रही थी.
इस पारी के दौरान कपिल देव ने सैयद किरमानी (SMH Kirmani) के साथ नौवें विकेट के लिए नाबाद 126 रन की साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया था जो अब तक नहीं टूटा है. मैच में भारत का 8वां विकेट मदनलाल के रूप में 140 के स्कोर पर गिर गया था.इसके बाद कपिल-किरमानी की जोड़ी ने आउट हुए बगैर 9वें विकेट के लिए 126 रन जोड़े थे और स्कोर 266 रन तक पहुंचा दिया था.
1983 के वर्ल्डकप में 10 वें विकेट की साझेदारी का भी रिकॉर्ड बना था. यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के एंडी राबर्ट्स और जोएल गार्नर की जोड़ी ने भारत के खिलाफ ही मेनचेस्टर में बनाया था. टूर्नामेंट के पहले ही मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 34 रन से हराया था लेकिन इसमें राबर्ट्स-गार्नर की जोड़ी ने आखिरी विकेट के लिए 71 रन जोड़कर टीम इंडिया की जान सांसत में डाल दी थी. मैच में भारतीय टीम ने 60 ओवर्स में 8 विकेट पर 262 रन बनाए थे. जवाब में इंडीज टीम के 9 विकेट तो 157 रन पर गिर गए थे लेकिन राबर्ट्स और गार्नर की साझेदारी ने मैच में रोमांच लौटा दिया था. दोनों ने 10वें विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की थी जो आज भी वर्ल्डकप में आखिरी विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है. रवि शास्त्री ने गार्नर को विकेटकीपर किरमानी से स्टंप कराकर इस साझेदारी को तोड़ा था और भारत की जीत की राह बनाई थी.नौवें विकेट के लिए 100+ और 10वें विकेट के लिए 50+ की साझेदारी के रिकॉर्ड क्या इस वर्ल्डकप में टूटेंगे, ऐसा मुश्किल ही लग रहा है.