मुस्लिम धर्म में महिलाओं को बच्चा पैदा करने की मशीन समझा जाता है. मेरी मां भी बच्चे पैदा करते-करते मर गई. हिंदू धर्म में खुली हवा में सांस लेने की आजादी है. मैं शिव भक्त हूं… ये बातें शबाना से शिवानी बनी महिला ने कही हैं. उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली शिवानी ने अपने हिंदू प्रेमी से शादी की है और वो हिंदू रीति रिवाजों के मुताबिक रहना पसंद करती हैं. शिवानी ने बुर्का, हिजाब, तीन तलाक, हलाला और बहु विवाह को कुप्रथा बताया.
बरेली में शिवानी ने मंगलवार को हिंदू धर्म अपना लिया. फरीदपुर की रहने वाली 21 साल की शबाना अब शिवानी बन गई है और उसने अरविंद के साथ हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली है. मढ़ीनाथ स्थित अगस्त मुनि आश्रम में आचार्य पंडित के के शंखधार ने गौमूत्र और गंगाजल से शबाना का शुद्धिकरण करवाया, जिसके बाद मंत्रोच्चार के साथ शिवानी ने अरविंद के साथ सात फेरे लिए.
दरअसल, फरीदपुर के भगवंतापुर की रहने वाली शबाना पड़ोस के गांव केरुआ के रहने वाले अरविंद से प्यार करती है. शबाना भगवान भोलेनाथ की भी पूजा करती है और उनका जलाभिषेक भी करती है. इतना ही नहीं, वो ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप भी करती है. उसकी भोलेनाथ में बहुत आस्था है. शबाना अब शिवानी बन गई है.
उसका कहना है कि इस्लाम में महिलाओं को बच्चा पैदा करनी वाली मशीन समझा जाता है. उसकी मां भी बच्चे पैदा करते-करते मर गई. शबाना के 8 भाई हैं और वो इकलौती बहन है. मां बाप दोनों की मौत हो चुकी है. शबाना ने बताया कि मुस्लिम समुदाय में महिलाओं को हिजाब और बुर्का पहनना पड़ता है, जबकि यहां खुली हवा में सांस लेने को मिलता है. हिंदू धर्म में महिलाओं को सम्मान मिलता है.
88 मुस्लिम महिलाओं की घर वापसी करवा चुके
शबाना की अरविंद के साथ शादी करवाने वाले आचार्य पंडित के के शंखधार का कहना है कि उन्होंने गौमूत्र और गंगाजल से शबाना का शुद्धिकरण करवाया जिसके बाद उसने सनातन धर्म अपना लिया. उनका कहना है कि वो अब तक 88 मुस्लिम महिलाओं की घर वापसी करवा चुके हैं.