नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को गांधी जयंती के मौके पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया और कहा कि उन्होंने स्वदेशी, स्वराज, स्वावलंबन और स्वच्छता के दर्शन से जिस तरह स्वाधीनता आंदोलन के दौरान देश का नेतृत्व कर जनजागरण किया, वह आज भी सभी के लिए प्रेरणीय है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर किए एक पोस्ट में कहा, ‘‘महात्मा गांधी ने स्वदेशी, स्वराज, स्वावलंबन और स्वच्छता के दर्शन से जिस तरह स्वाधीनता के दौरान देश का नेतृत्व कर जनजागरण किया, वह आज भी हम सभी के लिए प्रेरणीय है। पूरे विश्व को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देने वाले महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः वंदन करता हूं।’’
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री को नमन करते हुए लिखा, ‘‘सादगीपूर्ण जीवन जीते हुए लाल बहादुर शास्त्री का व्यक्तित्व इतना प्रभावी था कि उन्होंने अपनी एक आवाज से पूरे राष्ट्र को विषम परिस्तिथियों में एक कर दिया और भारतीय स्वाभिमान के प्रतीक बने।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गुदड़ी के लाल शास्त्री जी ने अपने दृढ़ नेतृत्व से देश के जवानों व किसानों में अद्वितीय ऊर्जा का संचार किया और 1965 की लड़ाई जीतकर भारत की ताकत का एहसास कराया। उनकी सादगी, ईमानदारी व देशप्रेम वंदनीय है।’’
महात्मा गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में दो अक्टूबर 1869 को हुआ था। उनके जन्मदिन को गांधी जयंती के साथ ही अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजाद कराने की लड़ाई का नेतृत्व किया था। अहिंसक विरोध का उनका सिखाया सबक आज भी पूरी दुनिया में सम्मान के साथ याद किया जाता है। वहीं, शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म दो अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनकी सादगी और विनम्रता के लोग कायल थे। उन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया था।