नई दिल्ली: वनडे विश्व कप में भारत को पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से 8 अक्टूबर को खेलना है. ये मैच चेन्नई में खेला जाना है. यहां स्पिन गेंदबाज मैच का रुख तय करते हैं. इसी से ऑस्ट्रेलिया डरा हुआ है और उसने टीम इंडिया के खूंखार गेंदबाज से निपटने के लिए उसके डुप्लीकेट से मदद मांगी थी पर उस गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया टीम की मदद करने से इनकार कर दिया. जिस गेंदबाज से ऑस्ट्रेलिय़ा डरा हुआ है, वो हैं आर अश्विन, जिन्हें अचानक वर्ल्ड कप की टीम में चुना गया है और जिन्होंने विश्व कप से ठीक पहले वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का बाजा बजा दिया था. इंदौर में उन्होंने तीन वनडे झटके थे. ऐसे में चेन्नई में होने वाले मैच को लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम अश्विन से डरी है और उनसे निपटने के लिए बड़ौदा के स्पिनर महेश पीठिया को बुलावा भेजा था.
महेशा पीठिया ने इस साल की शुरुआत में बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को नेट्स में गेंदबाजी की थी. उनका एक्शन आर अश्विन से मेल खाता है. उनके पास अश्विन जैसी वैरिएशन भी है. ऐसे में अश्विन की हालिया गेंदबाजी देख ऑस्ट्रेलिया टीम ने महेश संपर्क साधा और तिरुवनंतपुरम में टीम से जुड़ने को कहा. अश्विन के भारत की विश्व कप टीम में चुने जाने के कुछ घंटे बाद ही महेश के पास ऑस्ट्रेलिया टीम के साथ काम कर रहे प्रीतेश जोशी का फोन आया था. उन्होंने महेश को विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलिया टीम से जुड़ने का ऑफर दिया था. लेकिन महेश ने इस बार ऑस्ट्रेलिया टीम के ऑफऱ को ठुकरा दिया.
महेश पीठिया ने स्पोर्ट्सस्टार को बताया, आर अश्विन के भारतीय विश्व कप टीम से जुड़ने के बाद मेरे पास ऑस्ट्रेलिया के टीम मैनेजमेंट की तरफ से फोन आया था. उन्होंने मुझसे टीम से जुड़ने को कहा था लेकिन मैंनमे बड़ौदा के बॉलिंग कोच एस अरविंद से इस बारे में बात की और इस बार ऑस्ट्रेलिया टीम से जुड़ने से इनकार कर दिया.
ऑस्ट्रेलिया टीम से नहीं जुड़ने का फैसला लिया: महेश
महेश ने कहा, “यह निश्चित रूप से एक रोमांचक प्रस्ताव था, लेकिन फिर, मैं अगले महीने से शुरू होने वाले घरेलू सीज़न के लिए बड़ौदा सेट-अप का भी हिस्सा हूं. इसलिए, मैंने इसके बारे में सोचा, हमारे कोच से बात की और ऑस्ट्रेलियाई टीम को सूचित किया कि इस बार मेरे लिए रकैंप में शामिल होना संभव नहीं होगा. हालाँकि पीठिया शुरू में ऑस्ट्रेलिया के विश्व कप प्लान का हिस्सा नहीं थे लेकिन उन्हें कुछ हफ्ते पहले फोन आया था कि अगर अश्विन विश्व कप की टीम में चुने जाते हैं तो फिर उन्हें कैंप के लिए बुलाया जा सकता है.
‘मैं घरेलू क्रिकेट पर ध्यान दूंगा’
महेश ने आगे कहा, “जैसे ही बीसीसीआई ने अक्षर के रिप्लेसमेंट के रूप में अश्विन की घोषणा की, मुझे फोन आया. अंतरराष्ट्रीय टीमों के साथ काम करना हमेशा रोमांचक होता है लेकिन मेरी प्राथमिकता घरेलू क्रिकेट है. मैं बड़ौदा के लिए खेलने के कारण यहां तक आया हूं और लंबे सीज़न से पहले, मैंने सोचा कि मुझे अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए और ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल नहीं होना चाहिए.”
सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही नहीं, बल्कि दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान जैसी टीमें भी भारत आने के बाद स्पिन गेंदबाजों का सामना करने के लिए खास तैयारी कर रहे हैं. इन टीमों के बड़े बैटर्स स्थानीय ऑफ स्पिनर को नेट्स पर बुला रहे हैं और घंटों उनकी गेंदों का सामना कर रहे. इसमें एडेन मार्करम, क्विंटन डिकॉक जैसे बैटर्स भी शामिल हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अश्विन के टीम इंडिया में आने से विपक्षी टीमें कितने खौफ में हैं.