New Delhi: जंपिंग जावेद, फील्डिंग के दौरान उतरी पेंट, जानें World Cup की रोचक घटनाएं

New Delhi: जंपिंग जावेद, फील्डिंग के दौरान उतरी पेंट, जानें World Cup की रोचक घटनाएं

नई दिल्‍ली: क्रिकेट वर्ल्‍डकप (Cricket World Cup) ने वर्ष 1975 से लेकर 2023 तक लंबा सफर तय किया है. वर्ल्‍डकप के अब तक के इस सफर के दौरान न केवल नई टीमें जुड़ी हैं बल्कि खेल 60 ओवर प्रति पारी से कम होकर 50 ओवर प्रति पारी तक आ गया है. डे-नाइट स्‍वरूप और रंगीन ड्रेस ने भी खेल की चकाचौंध को बढ़ाने का काम किया है.अब तक हुए 12 वर्ल्‍डकप में क्रिकेटप्रेमियों ने सांसों को थमा देने वाले रोमांचक मैचों का दीदार किया है. किसी खिलाड़ी विशेष के जबर्दस्‍त खेल कौशल और कई ऐतिहासिक रिकार्ड्स का भी वे गवाह बने हैं.इससे अलग खेल से जुड़े मजाकिया लम्‍हों को भी उन्‍होंने देखा है जिस याद करके आज भी चेहरे पर मुस्‍कान खिल उठती है.

नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ मजाकिया लम्‍हों पर..

जब मेंढक की तरह मैदान में उछले थे जावेद मियांदाद

भारत और पाकिस्‍तान के बीच मैच हो और रोमांचक क्षणों के साथ मजाकिया लम्‍हे न आएं..हो ही नहीं सकता. ऐसे ही एक मौके पर पाकिस्‍तान के जावेद मियांदाद (Javed Miandad), भारत के विकेटकीपर किरण मोरे (Kiran More) के साथ हुई बहस के बाद मैदान पर मेंढक की तरह उछलते नजर आए थे. वाकया 1992 के वर्ल्‍डकप में दोनों टीमों के मैच का है.

दरअसल, मैच के दौरान सचिन तेंदुलकर की लेग स्टंप के बाहर जा रही एक गेंद को मियांदाद ने खेलने का प्रयास किया था और विकेट के पीछे मोरे ने कैच की अपील की थी. मियांदाद इससे खफा हो गए और मोरे से उनकी हल्की बहस हुई. इसके कुछ देर बाद उन्‍हें मोरे को टारगेट करते हुए बैट हाथ में लेकर मैदान पर उछलते हुए देखा गया.

फील्डिंग करते समय यासिर शाह का उतरा पेंट

वर्ल्‍डकप 2015 में दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच मैच के दौरान पाक टीम के यासिर शाह (Yasir Shah)ने गेंद को रोकने के लिए बाउंड्री पर जोरदार डाइव लगाई लेकिन इस कोशिश में उनका पेंट उतर गया और वे हंसी के पात्र बन गए. फैंस ने इस वाकये का पूरा मजा लिया. ऐसा ही एक वाकया वर्ल्‍डकप 1992 के दौरान दक्षिण अफ्रीका के फील्‍डर जोंटी रोड्स के साथ हुआ था.एक मैच के दौरान रोड्स ने बाउंड्री बचाने के लिए डाइव लगाई लेकिन यह क्‍या..गेंद रोकने की कोशिश में उनका पेंट फट गया. जोंटी ने फटे पेंट के साथ ही मैदान में कुछ समय फील्डिंग जारी रखी थी.

जब फाइनल में दो बार हुआ था टॉस…

वर्ल्‍डकप 2011 का यह दिलचस्प वाकया हुआ था. हर कोई काफी देर तक इस बात का कारण तलाशने में जुटा रहा कि टॉस दो बार क्यों हुआ? श्रीलंका के तत्‍कालीन कप्‍तान कुमार संगकारा ने बाद में एक लाइव चैट में बताया था कि शोर बहुत ज्‍यादा हो रहा था और माही (MS Dhoni) को कंफर्म नहीं था कि मैंने क्या कॉल किया है. टॉस को लेकर कनफ्यूजन की स्थिति थी, ऐसे में टॉस दोबारा किया गया था. भारतीय टीम यह वर्ल्‍डकप जीतकर दूसरी बार चैंपियन बनी थी.

मैदान में वेंकटेश से पंगा लेना आमिर सोहेल को पड़ा था भारी

वर्ल्डकप 1996 में भारत-पाकिस्तान के क्वार्टर फाइनल में दर्शकों ने वेंकेटश प्रसाद और आमिर सोहल की नोकझोंक का पूरा लुत्‍फ लिया था. भारत ने उस मैच में 50 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 287 रन बनाए थे. मैच में वेंकटेश की गेंदबाजी पर पाकिस्तान के आमिर सोहेल ने चौका लगाया था और फिर उनकी ओर बैट दिखाते हुए फिर वहीं बाउंड्री लगाने का इशारा किया था. अब बारी वेंकटेश की थी, उन्‍होंने अगली ही गेंद पर आमिर को बोल्ड किया था और पवेलियन लौटने का इशारा किया था. भारत ने इस मैच में जीत हासिल की थी.

भारीभरकम लेवरॉक ने लपका था रॉबिन उथप्‍पा का कैच

क्रिकेट वर्ल्‍डकप 2007 में भारीभरकम शरीर वाले बरमुडा के क्रिकेटर ड्वेन लेवरॉक ने स्लिप पर भारत के रॉबिन उथप्पा का कैच डाइव लगाते हुए पकड़ा था. वे कैच लेने के बाद मैदान पर गिरे तो ऐसा लगा था मानो कोई ‘पहाड़’ गिरा है. दर्शकों ने लेवरॉक के इस कैच का पूरा आनंद लिया था. कैच पकड़ने के बाद लेवरॉक ने मैदान में लंबी दौड़ लगाई थी. भारत ने इस मैच में 400 से अधिक का स्‍कोर बनाया था.

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