उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में ईद मिलादु नबी के मौके पर निकल रहे बारावफात के जुलूस के दौरान राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला सामने आया है. इस जुलूस में राष्ट्रीय ध्वज लहराया गया, लेकिन तिरंगे में अशोक चक्र की जगह पर कलमा लिखा हुआ था. संबंधित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है. चूंकि इस जुलूस साथ साथ पुलिस भी मौजूद थी, इसलिए वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने सफाई दी है.
इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. मामला बल्दीराय थाना क्षेत्र में पटैला गांव का है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को यहां बारावफात का जुलूस निकल रहा था. इस दौरान जुलूस के बीच में राष्ट्रीय ध्वज भी लहरा रहा था. हालांकि इस झंडे पर अशोक चक्र नहीं था, उसके स्थान पर अरबी भाषा में कुछ इस्लामिक स्लोगन लिखे हुए थे. अभी जुलूस अपने गंतव्य पर पहुंचा भी नहीं था कि इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया.
काफी संख्या में लोगों ने इस वीडियो सुल्तानपुर पुलिस, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के डीजीपी को टैग करते हुए रीट्वीट किया. मामला तूल पकड़ते देख हरकत में आई सुल्तानपुर पुलिस ने पहले तो सफाई दी, लेकिन जब इससे भी काम नहीं बना तो पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू की है.
सोशल मीडिया यूजर बारावफात के जुलूस में राष्ट्रीय ध्वज का इस प्रकार इस्तेमाल पर आपत्ति जताते हुए इसे तिरंगे के अपमान का मामला बता रहे हैं. बवाल बढ़ने पर एसपी सुल्तानपुर विपुल कुमार श्रीवास्तव ने सामने आकर खुद बयान दिया है. कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. इसके लिए जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई होगी.