प्रवर्तन निदेशालय ने प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामलों के सिलसिले में सोमवार को केरल के वायनाड, कोझिकोड और कोच्चि में 12 स्थानों पर तलाशी ली। उन्होंने बताया कि तलाशी संगठन और उसके पूर्व नेताओं सहित अन्य के परिसरों में फैली हुई थी। कथित अवैध गतिविधियों के लिए केंद्र द्वारा पिछले साल सितंबर में संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और इसके कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। समझा जाता है कि ईडी कथित आतंकी गतिविधियों के साथ वित्तीय लेनदेन के संबंधों की जांच कर रही है।
सोमवार सुबह शुरू हुई छापेमारी सीआरपीएफ और केरल पुलिस के जवानों की मदद से जारी है। त्रिशूर के चावक्कड़ और एर्नाकुलम के कुम्बलम और मलप्पुरम में पूर्व पीएफआई सहयोगियों से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी चल रही है। एजेंसी ने अगस्त में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत मुन्नार विला विस्टा प्राइवेट लिमिटेड की 2.53 करोड़ रुपये की अनुमानित कीमत वाली अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया था। एजेंसी की खोज के बारे में रिपोर्टें थीं कि पीएफआई नेता और विदेशी संस्थाओं से जुड़े सदस्य विदेशी देशों के साथ-साथ देश के भीतर एकत्र किए गए धन को वैध बनाने और पीएफआई के लिए धन उत्पन्न करने के कथित इरादे से मुन्नार में आवासीय परियोजना विकसित कर रहे थे।