मथुरा जिले के बरसाना में राधाष्टमी के अवसर पर उमड़ी भारी भीड़ के बीच शनिवार सुबह अलग-अलग कारणों से एक महिला समेत दो बुजुर्गों की मृत्यु हो गयी। भीड़ की वजह से कई श्रद्धालुओं की तबीयत खराब होने की भी खबर है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बरसाना में शुक्रवार की रात से श्रद्धालुओं की भीड़ है और इसकी वजह से कई श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो गई, जिन्हें प्राथमिक उपचार के पश्चात छुट्टी दे दी गई।
उसने बताया लेकिन शनिवार सुबह महिला सहित दो लोगों की मृत्यु होने की जानकारी मिली है। पुलिस प्रवक्ता एवं निरीक्षक छोटेलाल के अनुसार शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे बरेली के श्यामगंज, फर्नीचर मण्डी, चिकलापुर निवासी शोभा पत्नी हरप्रसाद (65) को बरसाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर गंभीर अवस्था में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने जांच के पश्चात उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. मनोज वशिष्ठ ने बताया कि शोभा मधुमेह से पीड़ित थीं तथा उनके शरीर में शर्करा का स्तर बहुत अधिक बढ़ गया था, जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई। जबकि उनके साथ आए परिजनों का कहना था कि ऐसा भीड़ के दबाव के चलते सांस फूलने व घबराहट से हुआ।
परिजनों ने कहा कि उनकी हालत बिगड़ने पर वे लोग उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने का प्रयास करते रहे, परंतु भीड़ के दबाव एवं प्रशासन द्वारा रास्तों पर जगह-जगह अवरोधक लगाए जाने की वजह से वे समय से उनका इलाज न करा सके, जिसके कारण उन्होंने चिकित्सकीय सहायता मिलने से पहले ही दम तोड़ दिया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय वर्मा ने बताया कि चूंकि उनके परिजन मृतका का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे, इसलिए विधिक प्रक्रिया पूर्ण किए जाने के बाद उनकी इच्छानुसार शव उन्हें सौंप दिया गया। जबकि दूसरे मृतक पुरुष का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह ही एक अन्य श्रद्धालु का शव सुदामा चौक के समीप पर्यटन सुविधा केंद्र से कुछ दूरी पर मिला। उन्हें भी अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सा अधिकारियों ने जांच के उपरांत बताया कि उनकी मृत्यु हृदयाघात के कारण हुई है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि परिजनों ने मृतक की पहचान प्रयागराज के मीरगंज निवासी राजमणि मिश्रा (75) के रूप में की है। इससे पूर्व शुक्रवार शाम को राधारानी के जन्माभिषेक के लिए उमड़े श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते हरियाणा के होडल कस्बा निवासी सुरेंद्र व मिर्जापुर की मंजू व एक अन्य महिला मंदिर की पिछली सीढ़ियों के समीप बेहोश हो गए। जिन्हें पुलिसकर्मियों ने तुरंत मेडिकल कैम्प तक पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत में सुधार होने पर वे घर चले गए। राधाष्टमी के अवसर पर 11 साल पहले भी भारी भीड़ की वजह से दो महिलाओं एवं एक युवक की दम घुटने से मौत हो गई थी।